Varanasi: नृश्न्श ह्त्या के निस्पक्ष जाँच के लिये मिर्तक की माँ पुलिस कमिश्नर से लगाई गुहार

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के चौबेपुर थाना अंतर्गत रजवाड़ी रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे लाइन के किनारे एक अज्ञात सब मिलता है। चौबेपुर पुलिस द्वारा शव की शिनाख्त  बलिया निवासी जय बहादुर सिंह उर्फ पिंकू सिंह के रूप में होती है।

Varanasi: नृश्न्श ह्त्या के निस्पक्ष जाँच के लिये मिर्तक की माँ पुलिस कमिश्नर से लगाई गुहार

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के चौबेपुर थाना अंतर्गत रजवाड़ी रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे लाइन के किनारे एक अज्ञात सब मिलता है। चौबेपुर पुलिस द्वारा शव

की शिनाख्त  बलिया निवासी जय बहादुर सिंह उर्फ पिंकू सिंह के रूप में होती है।

बलिया के मनियर थाना अंतर्गत बडसरी जागीर गांव के निवासी स्वर्गीय भोला सिंह व सुशीला देवी  के इकलौते पुत्र जय बहादुर सिंह उर्फ पिंकू सिंह थे।

 पुलिस द्वारा परिजनों को सूचना दी गई। सूचना के बाद परिवार जन चौबेपुर थाना पर पहुंचे।  परिजनों के पहुंचने के बाद चौबेपुर पुलिस पंचनामा करके शव को शव विच्छेदन गृह के शिवपुर भेज दिए।

शव विच्छेदन प्रक्रिया होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।  परिजन शव को लेकर वाराणसी में ही उसका अंतिम संस्कार कर दिए।

शव को देखने के बाद परिजनों का आरोप है कि सीधे-सीधे साफ तौर पर यह शाजिसन हत्या करके रेलवे लाइन के किनारे फेक करके रेल दुर्घटना साबित करने की कोशिश की जा रही है।

वही चौबेपुर पुलिस भी   रेल दुर्घटना बता कर अपना पल्ला झड़ना चाहती है। लेकिन परिजन रेल दुर्घटना मानने को तैयार नहीं है।  पुलिस द्वारा प्राप्त शव का फोटोग्राफ देखने के बाद रेल दुर्घटना तो प्रतित  नहीं होता है, बाकी जांच का विषय है।

देखते हैं कि पुलिस की जांच में क्या निकलता है, लेकिन पुलिस की कार्यवाही पर संदेह इसलिए होता है कि 2 महीने लगभग हो गए और अभी तक प्राथमिकी  भी दर्ज नहीं की गई।  

इसलिए परिजन पुलिस के उच्च अधिकारियों यहां तक की उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से भी मिलकर न्याय की गुहार लगा चुके है।

16अप्रैल 2025 को  राज्य महिला आयोग  की अध्यक्ष से भी  अपनी दर्द बयां कर चुके हैं। अब देखना यह है कि परिजनों को न्याय मिलता है या नहीं आई सुनते हैं इस घटना के बारे में परिजनों का क्या कहना है