बिहार: ई-शिक्षा कोष पर फर्जी हाजिरी, 5 शिक्षक फंसे, डीईओ ने थमाया नोटिस

बेतिया में ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर फर्जी ऑनलाइन हाजिरी लगाने के आरोप में 5 शिक्षक पकड़े गए। डीईओ ने जारी किया कारण बताओ नोटिस, कार्रवाई की चेतावनी।

बिहार: ई-शिक्षा कोष पर फर्जी हाजिरी, 5 शिक्षक फंसे, डीईओ ने थमाया नोटिस

 बेतिया : बेतिया जिले के नौतन और गौनाहा अंचल के तीन स्कूलों के पांच शिक्षक ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर ऑनलाइन हाजिरी लगाने में फर्जीवाड़ा करते हुए पकड़े गए हैं। इस मामले का खुलासा होने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) मनीष कुमार सिंह ने सख्त रुख अपनाते हुए सभी पांचों शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और संतोषजनक जवाब न मिलने पर कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है।

नौतन अंचल के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय, झखरा की सहायक शिक्षिका रश्मि कुमारी पर आरोप है कि वह पिछले लगभग तीन महीनों से "मार्क ऑन ड्यूटी" का विकल्प चुनकर अपनी ऑनलाइन हाजिरी दर्ज कर रही थीं। जबकि "मार्क ऑन ड्यूटी" का विकल्प उन शिक्षकों के लिए होता है जिनकी तैनाती अपने मूल कार्यस्थल से अलग किसी अन्य स्थान पर होती है, लेकिन रश्मि कुमारी की कहीं और कोई तैनाती नहीं है।

इसी अंचल के प्राथमिक विद्यालय अमरजीत यादव के टोला की शिक्षिका रिंकू कुमारी और शिक्षक विजय कुमार राम पर भी "मार्क ऑन ड्यूटी" का विकल्प चुनकर ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर ऑनलाइन हाजिरी लगाने का आरोप है।

जिला शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह ने इस संबंध में बताया कि "मार्क ऑन ड्यूटी" का विकल्प चुनना स्पष्ट रूप से अपने कार्यस्थल से अनुपस्थित रहने का संकेत देता है, जबकि इन तीनों शिक्षकों की कहीं और कोई आधिकारिक ड्यूटी नहीं है। उन्होंने इसे विभागीय और वरीय अधिकारियों के निर्देशों की अवमानना, स्वेच्छाचारिता और भ्रष्टाचार की श्रेणी में माना है। डीईओ ने इन तीनों शिक्षकों को तीन दिन के अंदर संतोषजनक स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है, अन्यथा उनके खिलाफ विधिसम्मत कठोर कार्रवाई की जाएगी।

इसी तरह, गौनाहा अंचल क्षेत्र के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय, मटियरिया के प्रधानाध्यापक सचिन कुमार पर गंभीर आरोप लगे हैं। वह खुद की लॉगिन आईडी का उपयोग करने के बजाय स्कूल की लॉगिन आईडी का इस्तेमाल कर ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर ऑनलाइन हाजिरी दर्ज करते पाए गए हैं। इसके अलावा, अनिवार्य होने के बावजूद उनकी सेल्फी फोटो विभागीय पोर्टल पर अपलोड नहीं है। जिला शिक्षा कार्यालय में गठित ई-शिक्षा कोष पोर्टल मॉनिटरिंग सेल द्वारा वीडियो कॉलिंग के माध्यम से की गई ऑनलाइन जांच में भी सचिन कुमार स्कूल से गायब पाए गए हैं।

इसी विद्यालय की सहायक शिक्षिका निशा कुमारी भी इसी तरह के आरोप में फंसी हैं। वह खुद की लॉगिन आईडी के बजाय अपने प्रधानाध्यापक की लॉगिन आईडी के माध्यम से ऑनलाइन हाजिरी लगाती पकड़ी गई हैं। अप्रैल माह में उनके फोन से उनकी उपस्थिति केवल दो बार ही दर्ज की गई है। वीडियो कॉलिंग जांच में निशा कुमारी भी विद्यालय से बाहर पाई गईं। डीईओ ने इन दोनों शिक्षकों को 24 घंटे के अंदर अपने कृत्यों का स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।

जिला शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह ने स्पष्ट किया है कि यदि इन पांचों आरोपित शिक्षकों द्वारा अपने अलग-अलग साक्ष्यों सहित संतोषजनक स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किया जाता है, तो उनके खिलाफ आरोप निर्धारित करते हुए कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इस मामले के सामने आने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है और यह ऑनलाइन हाजिरी प्रणाली की पारदर्शिता और जवाबदेही पर सवाल खड़े करता है। डीईओ की इस त्वरित कार्रवाई से उम्मीद है कि भविष्य में इस तरह की अनियमितताओं पर लगाम लगेगी।