बिहार: तेजस्वी यादव लोकप्रियता में सबसे आगे, क्या कांग्रेस-लेफ्ट मानेंगे सीएम चेहरा?
Bihar mein Tejashwi Yadav CM ke liye sabse popular. Kya Congress aur Left bhi CM chehre ke liye razi honge? India gathbandhan ka kya formula hai?

पटना: बिहार में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस बीच, एक सर्वे में राजद नेता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे लोकप्रिय चेहरा बताया गया है। हालांकि, कांग्रेस और वाम दल अभी भी तेजस्वी को सीएम चेहरा घोषित करने के लिए तैयार नहीं हैं।
तेजस्वी सबसे लोकप्रिय चेहरा:
इंडिया टुडे-सी वोटर सर्वे के अनुसार, तेजस्वी यादव को 36.9% लोग मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं, जबकि नीतीश कुमार को 18.4%, प्रशांत किशोर को 16.4%, चिराग पासवान को 10.6% और सम्राट चौधरी को 6.6% लोगों ने पसंद किया है। पिछले तीन सर्वेक्षणों में भी तेजस्वी यादव की स्थिति ऐसी ही रही है।
कांग्रेस-लेफ्ट की आपत्तियां:
राजद ने तेजस्वी यादव को सीएम चेहरा बनाकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, लेकिन कांग्रेस और सीपीआई (माले) इसके लिए तैयार नहीं हैं। माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा था कि महागठबंधन में सबसे अधिक सीटें जीतने वाली पार्टी का नेता ही मुख्यमंत्री बनेगा। कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं।
दोनों दलों का तर्क है कि तेजस्वी को सीएम चेहरा घोषित करने से यादवों को छोड़कर अन्य पिछड़ी जातियां उन्हें वोट नहीं देंगी। कांग्रेस ने दिल्ली में हुई बैठक में तेजस्वी को यह बात सीधे तौर पर बताई थी। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगर सरकार बनाने का मौका मिलता है तो तेजस्वी मुख्यमंत्री बन सकते हैं, लेकिन चुनाव में उनके नाम की घोषणा करना जोखिम भरा कदम हो सकता है।
इंडिया गठबंधन का फॉर्मूला:
कांग्रेस और माले का मानना है कि बिना सीएम चेहरे के चुनाव लड़ने से किसी समाज के वोट छिटकने का खतरा नहीं होगा। वे 2024 के लोकसभा चुनाव वाले फॉर्मूले पर चुनाव लड़ना चाहते हैं, जिसमें इंडिया गठबंधन ने पीएम पद का चेहरा घोषित नहीं किया था।
बिहार में भी एक कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाई गई है, जिसकी कमान तेजस्वी यादव को सौंपी गई है। कांग्रेस की रणनीति है कि चुनाव के बाद जो पार्टी सबसे बड़ी बनकर उभरेगी, वही नेता तय करेगी। यदि महागठबंधन सत्ता में लौटता है और राजद सबसे बड़ी पार्टी बनती है, तो तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बन सकते हैं।
राजद की प्रतिक्रिया:
राजद इस फॉर्मूले से सहमत नहीं है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि महागठबंधन में कोई भ्रम नहीं है। इससे पता चलता है कि राजद "देखो और इंतजार करो" की नीति अपना रहा है।
आगे की राह:
यह देखना होगा कि महागठबंधन सीएम चेहरे के मुद्दे पर कोई समाधान निकालता है या फिर तेजस्वी पर सस्पेंस बरकरार रखते हुए चुनाव में उतरता है। तेजस्वी यादव की लोकप्रियता को देखते हुए, कांग्रेस और वाम दल क्या अपनी रणनीति बदलते हैं और उन्हें सीएम चेहरा घोषित करते हैं, यह भी एक महत्वपूर्ण सवाल है।