उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। यहां किरतपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में 18 साल की एक लड़की के साथ उसके मंगेतर के सामने ही छह युवकों ने मिलकर गैंगरेप किया। इन दरिंदों का दुस्साहस यहीं नहीं रुका, उन्होंने इस घिनौनी वारदात का वीडियो भी बनाया और उसे वायरल कर दिया। इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चार अन्य अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जिनकी तलाश जारी है।
पीड़िता, जो किरतपुर थाने के एक गांव की रहने वाली है, का रिश्ता प्रिंस कुमार नाम के युवक से तय हुआ था। 10 मई की शाम को वह अपने मंगेतर प्रिंस से मिलने गांव के बाहर खेत पर गई थी। दोनों साथ बैठकर बातें कर रहे थे, तभी अचानक छह युवक - नितिन, लवीश, बाली, आशु, रोबिन और सुमित - वहां आ धमके।
पीड़िता के मंगेतर प्रिंस के सामने ही इन हैवानों ने लड़की को अपनी हवस का शिकार बनाया। पीड़िता चीखती रही, रहम की भीख मांगती रही, लेकिन उन पर इसका कोई असर नहीं हुआ। उन्होंने उसकी अस्मत लूटी और उसे शारीरिक तथा मानसिक रूप से बुरी तरह torment किया। इतना ही नहीं, उन्होंने इस घिनौनी वारदात का वीडियो भी बनाया ताकि पीड़िता डर के मारे किसी को कुछ न बता सके। उन्होंने उसे धमकी दी कि अगर उसने किसी से इस बारे में जिक्र किया तो वे वीडियो को वायरल कर देंगे।
गैंगरेप की शिकार हुई पीड़िता वीडियो वायरल होने की धमकी से बुरी तरह डर गई थी और उसने कई दिनों तक इस भयानक घटना के बारे में किसी को नहीं बताया। लेकिन तीन-चार दिन तक गहरे सदमे में रहने के बाद उसने हिम्मत जुटाई और किरतपुर थाने पहुंचकर अपने साथ हुई दरिंदगी की लिखित शिकायत दर्ज कराई और न्याय की गुहार लगाई।
इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। किरतपुर पुलिस ने तत्काल प्रभाव से गैंगरेप और ब्लैकमेल किए जाने के उद्देश्य से वीडियो बनाने से संबंधित गंभीर धाराओं - अपराध अधिनियमों 70(1)351(2), 67ए, 115(2), 3(5)(8) - के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी।
बिजनौर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि बाली, लवीश और नितिन ने ही फोन करके अपने अन्य साथियों को भी मौके पर बुलाया था। लड़की के मंगेतर प्रिंस के साथ भी आरोपियों ने मारपीट और हाथापाई की थी। पूरे घटनाक्रम की गहन जांच के लिए तीन विशेष पुलिस टीमें गठित की गईं, जिन्होंने तेजी से कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों - बाली और लवीश - को गिरफ्तार कर लिया है। शेष फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस की कई टीमें लगातार दबिश दे रही हैं और उम्मीद है कि उन्हें भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
इस जघन्य अपराध ने एक बार फिर समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक युवती के साथ उसके मंगेतर के सामने इस तरह की दरिंदगी और फिर उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश ने अपराधियों के बढ़ते दुस्साहस को उजागर किया है। पुलिस प्रशासन इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की बात कह रहा है, ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और समाज में ऐसा घिनौना कृत्य करने वालों के लिए एक कड़ा संदेश जाए।