अहमदाबाद विमान हादसा: राममोहन नायडू ने जताई संवेदना, ब्लैक बॉक्स जांच जारी; बोइंग 787 विमानों की विस्तृत निगरानी के आदेश

अहमदाबाद विमान हादसे पर केंद्रीय मंत्री राममोहन नायडू ने संवेदना व्यक्त की। उन्होंने डीएनए परीक्षण से शीघ्र शव पहचान और बोइंग 787 विमानों की विस्तृत निगरानी के आदेश की जानकारी दी। हादसे में 272 लोगों की जान गई, केवल एक यात्री जीवित बचा।

अहमदाबाद विमान हादसा: राममोहन नायडू ने जताई संवेदना, ब्लैक बॉक्स जांच जारी; बोइंग 787 विमानों की विस्तृत निगरानी के आदेश
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू

अहमदाबाद में 12 जून, 2025 को हुए भीषण एयर इंडिया विमान हादसे पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि "हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की कहानियों को देखना बहुत ही दुखद है।" मंत्री ने प्रभावित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और बताया कि "हमने एयर इंडिया को निर्देश दिया है कि वह यात्रियों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करे।"


डीएनए परीक्षण और त्वरित शव पहचान पर जोर

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि "डीएनए परीक्षण भी हो रहा है ताकि शवों की जल्दी से जल्दी पहचान हो सके और उन्हें संबंधित परिवारों को सौंपा जा सके।" उन्होंने बताया कि "गुजरात सरकार इसके साथ समन्वय कर रही है। डीएनए परीक्षण की पुष्टि होने के बाद शवों को संबंधित परिवारों को दिया जाएगा, और हम उम्मीद कर रहे हैं कि यह प्रक्रिया भी जल्द से जल्द पूरी हो जाएगी।" नायडू ने जोर दिया कि "डॉक्यूमेंटेशन और प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रक्रिया या प्रोटोकॉल में कोई चूक न हो।"


बोइंग 787 विमानों की विस्तृत निगरानी का आदेश

राममोहन नायडू ने बताया कि "हमारे देश में सुरक्षा के बहुत सख्त मानक हैं।" उन्होंने कहा कि "जब यह घटना घटी, तो हमें लगा कि बोइंग 787 सीरीज में भी विस्तृत निगरानी की जरूरत है।" इसलिए, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने भी 787 विमानों की विस्तृत निगरानी करने का आदेश दिया है। उन्होंने जानकारी दी कि "आज हमारे भारतीय विमान बेड़े में 34 बोइंग 787 विमान हैं। मेरा मानना ​​है कि 8 विमानों की पहले ही जांच हो चुकी है और तत्काल सभी विमानों की जांच की जाएगी।" यह कदम विमान सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।


12 जून 2025 का भयावह हादसा

अहमदाबाद में 12 जून 2025 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 का भीषण विमान हादसा हुआ, जिसमें कुल 272 लोगों की जान चली गई, जिनमें 229 यात्री और 12 क्रू मेंबर भी शामिल थे। यह हादसा अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद हुआ। विमान ने टेकऑफ के लगभग 30 सेकंड बाद ही मेघानी नगर के बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराया, जिससे विमान में आग लग गई और आसपास के इलाके में घना धुआं फैल गया।


एकमात्र जीवित बचे यात्री और PM मोदी की मुलाकात

लंदन के रहने वाले विश्वास कुमार रमेश इस हादसे में एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति हैं। वह 11A सीट पर बैठे थे और विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद एक टूटी हुई खिड़की से बाहर निकलने में सफल रहे। उन्हें हल्की जलन और चोटें आईं, लेकिन उनकी हालत स्थिर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल जाकर उनसे मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।

प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, विमान ने टेकऑफ के तुरंत बाद एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) को 'मेडे' कॉल किया, लेकिन उसके बाद संपर्क टूट गया। जांच अभी जारी है और सभी पहलुओं की गहनता से समीक्षा की जा रही है। टाटा समूह ने इस हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक परिवार को ₹1-1 करोड़ की सहायता राशि देने की घोषणा की है। इसके अलावा, घायलों का समग्र चिकित्सा खर्च भी टाटा समूह द्वारा वहन किया जाएगा। यह त्रासदी भारतीय विमानन इतिहास की सबसे दुखद घटनाओं में से एक है।