Dashashwamedh : गंगा घाट पर महिलाओं का वीडियो बना रहा था शख्स, महिला SI ने सिखाया सबक
वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर स्नान कर रही महिलाओं का वीडियो बनाने वाले मुंबई के युवक को महिला सब इंस्पेक्टर ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

वाराणसी के प्रसिद्ध दशाश्वमेध थाना क्षेत्र अंतर्गत प्रयाग घाट पर आज एक शर्मनाक घटना सामने आई, जब एक युवक गंगा नदी में स्नान कर रही महिलाओं का आपत्तिजनक वीडियो बना रहा था। हालांकि, सतर्क महिला पुलिसकर्मियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
दशाश्वमेध थाने की महिला उप निरीक्षक सोनी पाण्डेय ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि वह अपनी टीम, जिसमें महिला पुलिसकर्मी अंशिका सिंह और पूजा यादव शामिल थीं, के साथ मिशन शक्ति और एंटी रोमियो टीम के तहत इलाके में गश्त कर रही थीं। इसी दौरान कुछ महिलाओं ने उनसे शिकायत की कि एक व्यक्ति प्रयाग घाट पर स्नान कर रही महिलाओं का वीडियो बना रहा है और अभद्र टिप्पणियां भी कर रहा है, जिससे वे बेहद लज्जित महसूस कर रही हैं।
महिलाओं की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए महिला उप निरीक्षक सोनी पाण्डेय ने ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मी संजय यादव और धर्मेन्द्र को बुलाया और सूचित स्थान पर पहुंचीं। महिलाओं ने इशारे से आरोपी युवक की पहचान कराई, जो अभी भी महिलाओं का वीडियो बना रहा था। पुलिस टीम ने घेराबंदी कर उस व्यक्ति को मौके पर ही पकड़ लिया।
पूछताछ में पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम विजय कुमार सिंह (37 वर्ष) बताया, जो मुंबई, महाराष्ट्र का रहने वाला है, लेकिन वर्तमान में वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र में रह रहा था। कांस्टेबल संजय यादव द्वारा तलाशी लेने पर उसके पेंट की दाहिनी जेब से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। महिला उप निरीक्षक सोनी पाण्डेय ने जब मोबाइल की जांच की तो उसमें स्नान करती हुई और कपड़े बदलती हुई महिलाओं की 15 आपत्तिजनक तस्वीरें और 4 वीडियो मिले। इन तस्वीरों और वीडियो में महिलाओं का शरीर गीला होने के कारण पारदर्शी दिख रहा था।
इसके बाद महिला उप निरीक्षक सोनी पाण्डेय ने आरोपी विजय सिंह को तुरंत गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 77, 79 और 296 (a) के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस त्वरित कार्रवाई के लिए महिला सब इंस्पेक्टर सोनी पाण्डेय और उनकी टीम की स्थानीय लोगों द्वारा सराहना की जा रही है। यह घटना महिलाओं की सुरक्षा और ऐसे अपराधों के खिलाफ पुलिस की सक्रियता को दर्शाती है।