Chandauli : सेना के समर्थन में गूंजा 'जय हिंद', कांग्रेस ने निकाली तिरंगा यात्रा

चंदौली में कांग्रेस ने सेना के समर्थन में निकाली तिरंगा यात्रा, पाकिस्तान के खिलाफ जमकर लगे नारे। देश की एकता और अखंडता के लिए एकजुट हुआ विपक्ष।  

Chandauli : सेना के समर्थन में गूंजा 'जय हिंद', कांग्रेस ने निकाली तिरंगा यात्रा

चंदौली जिले के मुगलसराय में रविवार को एक अलग ही नजारा देखने को मिला। सियासी गलियारों में अक्सर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने वाली कांग्रेस पार्टी, आज देश की एकता और सेना के समर्थन में सड़कों पर उतरी। जिला और शहर कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 'जय हिंद तिरंगा यात्रा' ने शास्त्री पार्क से सुभाष पार्क तक का सफर तय किया। इस दौरान, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के जोश और देशभक्ति के नारों ने पूरे माहौल को देशभक्ति के रंग में रंग दिया।  

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव देवेंद्र प्रताप सिंह मुन्ना ने इस मौके पर कहा कि आज पूरा देश भारत की एकता, अखंडता और सुरक्षा के लिए एकजुट है। हम सभी अपनी सेना और सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। उन्होंने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान कभी भी भरोसे के लायक नहीं रहा है।

जिलाध्यक्ष अरुण द्विवेदी ने भी पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि भारतीय सेना अब पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए तैयार है। उन्होंने सरकार से अपील की कि सेना के हाथ नहीं बांधने चाहिए। अगर आज हम चूक गए, तो पाकिस्तान फिर से हमारी पीठ में छुरा भोंकने की कोशिश करेगा।  

शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बृजेश गुप्ता ने कहा कि आज देश की 140 करोड़ जनता और पूरा विपक्ष सेना और सरकार के साथ खड़ा है। हमारी सेना सीमा पर हर चुनौती का सामना करने के लिए सक्षम है। पूरा देश पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए तैयार है।

इस तिरंगा यात्रा में रामजी गुप्ता, विजय त्रिपाठी, सतीश बिंद, अकील अहमद बाबू, शाहिद तौसीफ, तरुण पांडेय, डॉ. आरके शर्मा, संगीता सिंह जैसे कई प्रमुख कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में सेना के प्रति अपना समर्थन जताया और पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

यह यात्रा सिर्फ एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं थी, बल्कि देश के प्रति एकजुटता और सेना के प्रति सम्मान का प्रतीक थी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिस जोश और उत्साह के साथ तिरंगा यात्रा निकाली, उसने यह साबित कर दिया कि जब देश की सुरक्षा का सवाल आता है, तो सभी राजनीतिक मतभेद पीछे छूट जाते हैं और पूरा देश एक साथ खड़ा हो जाता है।

यह यात्रा ऐसे समय में निकाली गई है जब सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में, कांग्रेस का यह कदम देश की जनता और सेना के मनोबल को बढ़ाने वाला है। यह दिखाता है कि देश की जनता और राजनीतिक दल, सभी सेना के साथ हैं और किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।

यह तिरंगा यात्रा मुगलसराय की सड़कों पर सिर्फ एक नारा नहीं था, बल्कि देश के प्रति अटूट विश्वास और सेना के प्रति अटूट समर्थन का प्रतीक था। यह एक ऐसा संदेश था जो हर भारतीय के दिल में देशभक्ति की भावना को जगाता है और हमें यह याद दिलाता है कि हम सभी एक हैं।