गाजीपुर के अमन कुमार सिंह: 108 से 62 किलो तक का सफर, 46 किलो वजन घटाकर वायु सेना में बने फ्लाइंग ऑफिसर
Ghazipur ke Aman Kumar Singh ne 108 se 62 kg tak wajan kam kar ke Air Force mein Flying Officer bane. Unhone 46 kg weight loss kar desh ki sewa karne ka sapna poora kiya. Corona kaal mein ki thi kadi mehnat.

गाजीपुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के करंडा इलाके के रहने वाले अमन कुमार सिंह ने अपने दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से एक मिसाल कायम की है। 108 किलो से अपना वजन घटाकर 62 किलो करने के बाद, उन्होंने वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर बनने का अपना बचपन का सपना पूरा किया। यह सफलता उन्होंने कोरोना काल में हासिल की, जब उन्होंने अपनी मल्टीनेशनल कंपनी की अच्छी-खासी नौकरी भी छोड़ दी ताकि अपनी तैयारी पर पूरा ध्यान दे सकें। अब उन्हें हैदराबाद एयर फोर्स अकादमी से कमीशन मिला है।
देश सेवा का जज्बा और परिवार की विरासत
अमन कुमार सिंह के लिए देश की सेवा करना सिर्फ एक सपना नहीं, बल्कि पारिवारिक विरासत का हिस्सा था। उनके परदादा आर्मी में, दादा शीतल दान सिंह नेवी में और उनके पिता मनोज सिंह वायुसेना में रहे हैं। अब अमन अपने परिवार की चौथी पीढ़ी के रूप में आर्म्ड फोर्सेज की सेवा करेंगे, जिससे परिवार और गांव दोनों का मान बढ़ा है।
कोरोना काल में कड़ी तपस्या और 46 किलो वजन कम करने की चुनौती
कोरोना महामारी के दौरान जब अधिकांश लोग घरों में बंद थे, अमन का वजन 100 किलो के पार चला गया था (करीब 108 किलो)। डिफेंस में आने के लिए यह वजन एक बड़ी बाधा थी। लेकिन, देश की सेवा करने की उनकी इच्छा ने उन्हें यह चुनौती स्वीकार करने की शक्ति दी। उन्होंने अपनी लगन और मेहनत से 46 किलो वजन कम किया, जिसके बाद ही उन्हें सफलता हासिल हो सकी।
अमन सिंह ने पिछले साल हैदराबाद स्थित वायुसेना अकादमी में फ्लाइंग ऑफिसर की ट्रेनिंग शुरू की थी। एक साल की कड़ी ट्रेनिंग और मेहनत के बाद उन्हें 14 जून को अकादमी में आयोजित पासिंग आउट परेड में कमीशन मिला। वह अगले तीन महीने तक अकादमी में ही एडवांस ट्रेनिंग करेंगे, जिसके बाद उनकी पोस्टिंग होगी।
अच्छी नौकरी छोड़कर सपनों की उड़ान
अमन दिल्ली में एक मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छी पैकेज पर काम कर रहे थे। लेकिन डिफेंस सर्विसेज में जाने की उनकी हसरत कभी कम नहीं हुई। जब एयरफोर्स की कठिन परीक्षा की तैयारी में नौकरी बाधा बनने लगी, तो अमन ने बिना सोचे-समझे नौकरी छोड़ दी और पूरी तरह से अपनी तैयारी में जुट गए। इस दौरान, उन्होंने अपने बढ़े हुए वजन को भी कम करने पर ध्यान दिया, जो उनकी तैयारी के लिए आवश्यक था।
अमन की शुरुआती शिक्षा कई शहरों में हुई, क्योंकि उनके पिता मनोज कुमार सिंह वायुसेना में थे और हर तीन साल पर उनकी पोस्टिंग होती रहती थी। वायु सेना से रिटायर होने के बाद, उनके पिता दिल्ली में बैंक में काम कर रहे हैं, यही वजह है कि अमन की उच्च शिक्षा दिल्ली से हुई।
हैदराबाद एयरफोर्स अकादमी में 14 जून को आयोजित पासिंग आउट परेड में 252 कैडेट्स को ऑफिसर के रूप में कमीशन मिला। इसमें उड़ान, तकनीकी और गैर-तकनीकी विभागों में कमीशनिंग हुई। परेड की सलामी वायु सेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह ने ली। अमन सिंह को एयरफोर्स में प्रशासनिक अधिकारी का पद मिलेगा।