Up News : गोतस्करों पर गाजीपुर पुलिस का शिकंजा 40 ठिकानों पर छापेमारी, कई संदिग्ध हिरासत में, ड्रोन से निगरानी शुरू
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस ने गोतस्करी के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया है। बृहस्पतिवार रात को 40 कुख्यात गोतस्करों के ठिकानों पर छापेमारी कर कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। एसपी डॉ. ईरज राजा ने बताया कि गोतस्करी प्रभावित क्षेत्रों में ड्रोन से निगरानी की जाएगी और अपराधियों पर कठोर कार्रवाई होगी।

Ghazipur News : उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में गोतस्करी (Cow Smuggling) के खिलाफ पुलिस ने एक बड़ा और व्यापक अभियान चलाया है। बृहस्पतिवार की रात को सभी थाना क्षेत्रों में क्षेत्राधिकारियों और थाना प्रभारियों के नेतृत्व में गठित विशेष पुलिस टीमों ने 40 कुख्यात गोतस्करों के ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, और उनसे पूछताछ की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
आपराधिक रिकॉर्ड तैयार, ड्रोन से निगरानी
इस अभियान के तहत गोतस्करों का आपराधिक रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है, ताकि उनके खिलाफ भविष्य में और भी प्रभावी कार्रवाई की जा सके। साथ ही, गोतस्करी प्रभावित क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति पर लगातार नज़र रखने के लिए ड्रोन सर्वे, वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी का सहारा लिया जा रहा है। पुलिस ने नए गोतस्करों को चिह्नित कर उनकी सूची तैयार करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है, जिससे उनके खिलाफ भी कठोर कानूनी कार्रवाई की जा सके।
गाजीपुर पुलिस ने गोतस्करी के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। एसपी डॉ. ईरज राजा के अनुसार, जनपद गाजीपुर बिहार प्रांत के बक्सर और कैमूर जिलों से सीमावर्ती है, ऐसे में जनपद से पशु तस्करी होने की आशंका बनी रहती है। तस्करों पर निगरानी रखने के लिए गंगा और उसके आसपास के क्षेत्रों में ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी, और रात में तो नाइट विजन ड्रोन की मदद भी ली जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि पशु तस्करों पर गुंडा एक्ट से लेकर एनएसए (NSA) लगाए जाने तक के सभी कानूनी विकल्प खुले हैं।
"अपराधियों को उन्हीं की भाषा में जवाब मिलेगा"
इस संबंध में एसपी डॉ. ईरज राजा ने बताया कि "अपराधियों को उन्हीं की भाषा में जवाब मिलेगा।" उन्होंने यह भी जानकारी दी कि छापेमारी में 40 स्थानों पर से जब्त वस्तुओं का परीक्षण किया जा रहा है, जिसके बाद इससे जुड़ी अन्य जानकारियाँ दी जाएंगी। एसपी ने दोहराया कि इस क्रूर अपराध में शामिल लोगों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है, जिससे गोतस्करी पर पूरी तरह अंकुश लगाया जा सके।
गाजीपुर पुलिस का यह अभियान गोतस्करी के खिलाफ एक सख्त संदेश देता है, और यह सुनिश्चित करने का प्रयास है कि जिले में ऐसी अवैध गतिविधियां न पनप सकें।
आपकी राय में, सीमावर्ती क्षेत्रों में गोतस्करी को रोकने के लिए और क्या कदम उठाए जा सकते हैं?