गुजरात: सौर ऊर्जा का सरताज, PM सूर्य घर योजना में कैसे मारी बाज़ी?
Gujarat bana solar urja ka kendra aur PM Surya Ghar Yojana mein desh mein avval. Jaaniye kaise Gujarat ne yeh muqam hasil kiya.

गुजरात ने एक बार फिर अपनी विकास गाथा में एक सुनहरा अध्याय जोड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना में गुजरात ने पूरे देश में अव्वल स्थान हासिल कर लिया है। यह सफलता सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं, बल्कि नीतिगत दृढ़ता, कुशल प्रशासन और जनता की सक्रिय भागीदारी का जीता-जागता प्रमाण है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए निर्धारित 3.05 लाख सोलर रूफटॉप पैनल लगाने के लक्ष्य को समय से पहले ही पूरा कर दिखाया है।
गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (GUVNL) के ताजा आंकड़ों (11 मई 2025 तक) के अनुसार, गुजरात में पीएम सूर्य घर योजना के तहत 3.36 लाख सोलर रूफटॉप पैनल स्थापित हो चुके हैं, जो पूरे भारत में सर्वाधिक हैं। इस शानदार प्रदर्शन के चलते आज देश में जितने भी सोलर रूफटॉप इंस्टॉलेशन हुए हैं, उनमें अकेले 34% योगदान गुजरात का है। इस योजना का लाभ राज्य के 3.03 लाख उपभोक्ताओं को मिला है, जिन्हें केंद्र सरकार की ओर से कुल ₹2362 करोड़ की सब्सिडी प्राप्त हुई है।
पीएम सूर्य घर योजना: गुजरात बना नंबर वन
इस योजना की सफलता की कहानी में अगर देश के शीर्ष पांच राज्यों की बात करें, तो गुजरात के बाद महाराष्ट्र 1.89 लाख इंस्टॉलेशन के साथ दूसरे, उत्तर प्रदेश 1.22 लाख के साथ तीसरे, केरल 95 हजार के साथ चौथे और राजस्थान 43 हजार इंस्टॉलेशन के साथ पांचवें स्थान पर है। इन आंकड़ों से साफ है कि गुजरात ने इस क्षेत्र में कितनी बड़ी बढ़त हासिल की है।
कोयले की बचत और पर्यावरण संरक्षण
गुजरात में स्थापित इन 3.36 लाख सोलर रूफटॉप सिस्टम से 1232 मेगावाट से अधिक ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है। यह पारंपरिक बिजली उत्पादन के लगभग 1834 मिलियन यूनिट के बराबर है। जरा सोचिए, अगर इतनी ही ऊर्जा कोयला आधारित संयंत्रों से पैदा की जाती, तो लगभग 1284 मीट्रिक टन कोयले की खपत होती! इस हरित ऊर्जा के उत्पादन से वातावरण में लगभग 1504 मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन को भी रोका गया है। यह न केवल ऊर्जा की बचत है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
आप भी उठा सकते हैं लाभ!
पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की शुरुआत फरवरी 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। इस योजना का उद्देश्य आम नागरिकों को सौर ऊर्जा अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। इसके तहत, नागरिकों को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाती है, साथ ही 3 किलोवाट तक की प्रणाली पर ₹78 हजार तक की सब्सिडी भी मिलती है। यदि आपके घर में छत है, तो आप भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। आवेदन की प्रक्रिया बेहद सरल और पूरी तरह ऑनलाइन है। आप
प्रशासन की सक्रियता और जनता की भागीदारी: सफलता का मंत्र
गुजरात में पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की यह असाधारण सफलता केवल सरकारी नीतियों का परिणाम नहीं है। इसके पीछे राज्य प्रशासन की दूरदर्शी कार्यशैली और यहां की जागरूक जनता की सक्रिय भागीदारी का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। राज्य सरकार ने गांव-गांव और शहर-शहर में व्यापक जागरूकता अभियान चलाकर नागरिकों को इस योजना के फायदों के बारे में बताया और आवेदन प्रक्रिया को आसान बनाया। इसी समन्वित और समर्पित प्रयास ने आज गुजरात को नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में पूरे देश के लिए एक आदर्श उदाहरण बना दिया है।
यह कहानी दिखाती है कि जब सरकार और जनता मिलकर काम करते हैं, तो विकास की राह कितनी आसान हो जाती है। गुजरात ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में जो मिसाल कायम की है, वह निश्चित रूप से अन्य राज्यों को भी प्रेरित करेगी और 'संपन्न भारत' के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।