ईरान पर इजराइली हमला: 'परमाणु कार्यक्रम और शीर्ष कमांडर आमिर अली हाजीजादेह' निशाना, ईरानी सेना अलर्ट पर; वैश्विक चिंता बढ़ी

इजराइल ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम और शीर्ष कमांडर आमिर अली हाजीजादेह को निशाना बनाते हुए हवाई हमला किया है। ईरान की सेना हाई अलर्ट पर है। रूस और यूक्रेन ने हमले पर प्रतिक्रिया दी है, जबकि दुनिया भर में वैश्विक अस्थिरता की चिंता बढ़ गई है।

ईरान पर इजराइली हमला: 'परमाणु कार्यक्रम और शीर्ष कमांडर आमिर अली हाजीजादेह' निशाना, ईरानी सेना अलर्ट पर; वैश्विक चिंता बढ़ी
इजराइली हवाई हमले में मारा गया ईरानी कमांडर.

इजराइल द्वारा ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर किए गए हवाई हमले के बाद ईरानी सेना हाई अलर्ट पर है। टाइम्स ऑफ इजराइल के अनुसार, इस हमले में इजराइल ने 200 विमानों और 330 हथियारों का इस्तेमाल किया, जिसका प्राथमिक लक्ष्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बाधित करना और ईरानी शीर्ष कमांडर तथा न्यूक्लियर साइंटिस्ट्स को निशाना बनाना था।


IRGC एयरोस्पेस कमांडर आमिर अली हाजीजादेह की मौत की पुष्टि

टाइम्स ऑफ इजराइल के हवाले से खबर है कि ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने 13 जून, 2025 को पुष्टि की है कि उसके एयरोस्पेस कमांडर आमिर अली हाजीजादेह की कमांड फैसिलिटी पर इजराइली हवाई हमले में मौत हो गई है। यह खबर मध्य पूर्व में तनाव को और बढ़ा सकती है।


आमिर अली का विवादास्पद रूसी कनेक्शन

आमिर अली हाजीजादेह वह ईरानी कमांडर था, जिस पर साल 2022 में यूरोपीय संघ ने प्रतिबंध लगाया था। इसका कारण यह था कि उसने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस को शाहेद ड्रोन की ईरान द्वारा आपूर्ति की देखरेख की थी। ये वही ड्रोन थे, जिन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान यूक्रेन में भारी तबाही मचाई थी। इस ईरानी कमांडर ने ईरान की ड्रोन और मिसाइल क्षमताओं को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई थी। साथ ही, 2023 में तत्कालीन रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू के साथ बैठक कर ईरानी हथियारों का प्रदर्शन भी किया था।


हाजीजादेह पहले भी रहे हैं चर्चा में

हाजीजादेह जनवरी 2020 में एक यूक्रेनी नागरिक विमान को मार गिराने में उनकी भूमिका के लिए भी जाना जाता है, जिसे बाद में ईरान ने स्वीकार किया था कि अमेरिका के साथ तनाव के बीच उन्होंने गलती से विमान को मार गिराया था। उस विमान में सवार सभी 176 लोग मारे गए थे।


इजराइली हमले पर रूस-यूक्रेन की प्रतिक्रिया

  • रूस ने इजराइल के हमलों की निंदा करते हुए कहा कि यह हमला ईरान पर 'अकारण' किया गया है और यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है।
  • तो वहीं, यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने भी इजराइल के इस हमले पर चिंता व्यक्त की, लेकिन यूक्रेन ने इस बात पर ज्यादा जोर दिया कि ईरान रूस के यूक्रेन पर किए गए आक्रमण में उसका समर्थन करता है और यूक्रेनियों को मारने के लिए रूस को हथियार देता है।

दुनिया भर में चिंता का माहौल

इजराइल का यह हमला मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच हुआ है। ट्रंप प्रशासन ने माना है कि उसे इस ऑपरेशन के बारे में पहले से पता था, लेकिन इसमें किसी भी तरह से शामिल होने से इनकार किया है। दुनियाभर के देशों ने इस हमले के बाद संभावित वैश्विक अस्थिरता की चेतावनी दी है और कहा है कि, इस क्षेत्रीय अस्थिरता से अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा, वित्तीय बाजारों और विशेषकर तेल की कीमतों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। यह घटनाक्रम वैश्विक कूटनीति के लिए एक नई चुनौती प्रस्तुत कर रहा है।