झारखंड-ओडिशा सीमा पर IED ब्लास्ट में CRPF ASI सत्यवान कुमार सिंह शहीद, नक्सल विरोधी अभियान में हादसा

झारखंड-ओडिशा सीमा पर नक्सल विरोधी अभियान के दौरान आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ 134 बटालियन के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सत्यवान कुमार सिंह शहीद हो गए। वह उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के रहने वाले थे और उन्हें राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी गई।

झारखंड-ओडिशा सीमा पर IED ब्लास्ट में CRPF ASI सत्यवान कुमार सिंह शहीद, नक्सल विरोधी अभियान में हादसा
CRPF जवान सत्यवान सिंह शहीद

झारखंड और ओडिशा राज्य के सीमावर्ती जंगली क्षेत्र में शनिवार (14 जून, 2025) को चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के दौरान नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी (IED - Improvised Explosive Device) में ब्लास्ट हो गया। सुबह करीब 8:30 बजे हुए इस विस्फोट की चपेट में आने से सीआरपीएफ (CRPF) की 134 बटालियन के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (ASI) सत्यवान कुमार सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहाँ इलाज के दौरान वह शहीद हो गए।


राउरकेला के जंगल में सर्च ऑपरेशन के दौरान हादसा

यह घटना झारखंड से सटे ओडिशा राज्य के राउरकेला जिले के बोलंग थाना क्षेत्र के जंगल में हुई। शुक्रवार (13 जून, 2025) से सुरक्षाबलों की एक संयुक्त टीम यहाँ नक्सल विरोधी सर्च अभियान चला रही थी। इसी दौरान, शनिवार सुबह आईईडी अचानक से फट गया, जिसकी चपेट में आकर असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सत्यवान कुमार सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें आनन-फानन में ओडिशा के राउरकेला के अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।


शहीद सत्यवान कुमार सिंह को राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजलि

शहीद जवान सत्यवान कुमार सिंह उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के रहने वाले थे और सीआरपीएफ की 134वीं बटालियन का हिस्सा थे। नक्सल अभियान के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए जवान सत्यवान कुमार सिंह को शनिवार को रांची के धुर्वा स्थित सीआरपीएफ 133 बटालियन के मुख्यालय में पूरे राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी गई। इस दुखद घटना के बाद झारखंड-ओडिशा सीमा पर सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं, और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तलाशी अभियान को और तेज कर दिया गया है।


पहले भी हुए हैं IED ब्लास्ट के मामले

यह पहली बार नहीं है जब झारखंड में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों को आईईडी का सामना करना पड़ा है। इससे पहले, झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला के तहत आने वाली चाईबासा में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आने के कारण झारखंड जगुआर के कांस्टेबल सुनील धान 12 अप्रैल, 2025 को शहीद हो गए थे। कांस्टेबल सुनील धान झारखंड के खूंटी जिला के रहने वाले थे। उन्हें रांची के टेंडर ग्राम स्थित झारखंड जगुआर के मुख्यालय में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार, डीजीपी अनुराग गुप्ता समेत कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी थी। ये घटनाएँ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों के लिए चुनौतियों को दर्शाती हैं।