Jodhpur News : जोधपुर पुलिस की बड़ी लापरवाही: 30 साल के आरोपी की जगह 75 साल के बुजुर्ग को उठाया, तबीयत बिगड़ने पर बीच रास्ते छोड़ा; हुआ 'माइनर हार्ट अटैक'

राजस्थान के जोधपुर में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। गिरफ्तारी वारंट लेकर पहुंची पुलिस टीम ने 30 साल के आरोपी की जगह 75 साल के बुजुर्ग को उठा लिया। रास्ते में तबीयत बिगड़ने पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें बीच रास्ते में ही छोड़ दिया, जिससे बुजुर्ग को माइनर हार्ट अटैक आ गया।

Jodhpur News : जोधपुर पुलिस की बड़ी लापरवाही: 30 साल के आरोपी की जगह 75 साल के बुजुर्ग को उठाया, तबीयत बिगड़ने पर बीच रास्ते छोड़ा; हुआ 'माइनर हार्ट अटैक'
बुजुर्ग अस्पताल में भर्ती

राजस्थान: राजस्थान के जोधपुर से पुलिस की एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है, जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गिरफ्तारी का वारंट लेकर पहुंची पांच पुलिसकर्मियों की एक टीम 30 साल के आरोपी की जगह एक 75 साल के बेकसूर बुजुर्ग को उसके घर से उठा ले गई। हद तो तब हो गई जब रास्ते में बुजुर्ग की अचानक तबीयत बिगड़ी तो पुलिसकर्मी उन्हें बीच रास्ते में ही छोड़कर चले गए।

बुजुर्ग का दोष सिर्फ इतना था कि उनका और असली आरोपी का नाम एक ही था, लेकिन दोनों की उम्र में जमीन-आसमान का फर्क था, जिसे लापरवाह पुलिसकर्मी देख नहीं पाए।

जोधपुर के ओसियां थाने के ASI सहीराम बिश्नोई, ASI प्रकाश ढाका सहित पांच पुलिसकर्मियों की एक टीम गिरफ्तारी वारंट लेकर 30 साल के आरोपी स्वरूप सिंह (30) पुत्र धनराम सिंह की गिरफ्तारी के लिए गई थी। हालांकि, पुलिस ने भारी लापरवाही बरतते हुए 75 साल के बुजुर्ग स्वरूप सिंह पुत्र सज्जन सिंह को दबोच लिया। यह बुजुर्ग राजस्थान पुलिस के अर्धसैनिक बल से रिटायर्ड थे।


बीच रास्ते बिगड़ी तबीयत, पुलिसकर्मी छोड़कर चले गए

पुलिस बिना पहचान किए ही बुजुर्ग को गिरफ्तार करके अपने साथ थाने लेकर आ ही रही थी कि इस बीच बुजुर्ग की तबीयत खराब हो गई। इसके बाद, चौंकाने वाली बात यह रही कि पुलिसकर्मी उन्हें रास्ते में ही छोड़कर चले गए। परिजन किसी तरह से बुजुर्ग स्वरूप सिंह को सड़क किनारे से उठाकर उप जिला अस्पताल लाए, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जोधपुर रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने बताया कि सदमे के कारण बुजुर्ग को माइनर हार्ट अटैक आया है। फिलहाल, बुजुर्ग का इलाज जोधपुर के अस्पताल में चल रहा है।


परिजनों और स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा

इस घटना से बुजुर्ग के परिजन काफी गुस्से में हैं। वे दोनों ASI सहित सभी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित करने की मांग कर रहे हैं। पुलिस की इस लापरवाही से इलाके के लोगों में भी काफी गुस्सा है और सभी लोग प्रशासन से न्याय की मांग कर रहे हैं।

इस मामले में यह सामने आया है की पुलिसकर्मी नाम एक जैसे होने के कारण बुजुर्ग को पकड़कर ले जा रहे थे हालांकि, जैसे ही उन्हे अपनी गलती का एहसास हुआ, तो वे बुजुर्ग को बीच सड़क पीआर छोडकर ही चल दिए, जो की मानवीय सवेदनशीलता और पुलिस के कर्तव्य दोनों के विरुद्ध है इस घटना ने पुलिस बल मे अधिक सत्कर्ता और सही पहचान सुनिश्चित करने की आवश्यकता को उजागर किया है