मणिपुर में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, उग्रवादी संगठनों के 11 सदस्य गिरफ्तार
"मणिपुर में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 13 आईएएस अधिकारियों का तबादला। विभिन्न प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों के 11 सदस्य गिरफ्तार, हथियार बरामद।"

मणिपुर हिंसा
इंफाल: जातीय हिंसा से जूझ रहे मणिपुर में मंगलवार को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल देखने को मिला। राज्य सरकार ने 13 आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है, जिसमें पर्यटन निदेशक पूजा एलांगबम और थौबल के उपायुक्त ए सुभाष सिंह जैसे बड़े नाम शामिल हैं। पूजा एलांगबम को अब बिष्णुपुर जिले का उपायुक्त नियुक्त किया गया है, जबकि एल बिक्रम, जो पहले बिष्णुपुर के उपायुक्त थे, अब नए पर्यटन निदेशक होंगे। ए सुभाष सिंह को गृह विभाग में अतिरिक्त सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा, सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग के संयुक्त सचिव हन्ना काहमेई को थौबल का नया उपायुक्त बनाया गया है, और रंजन युमनाम को सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग का अतिरिक्त सचिव नियुक्त किया गया है।
प्रतिबंधित संगठनों के 11 उग्रवादी गिरफ्तार:
उधर, मणिपुर पुलिस ने राज्य के इंफाल ईस्ट, काकचिंग और थौबल जिलों में बड़ी कार्रवाई करते हुए विभिन्न प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों से जुड़े 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ये सभी गिरफ्तारियां सोमवार को अलग-अलग अभियानों के दौरान की गईं।
आम जनता को धमकाने का आरोप:
पुलिस के अनुसार, प्रतिबंधित कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (पीडब्ल्यूजी) के चार सदस्यों को इंफाल ईस्ट जिले के मंत्रिपुखरी फ्रेंच कॉलोनी से गिरफ्तार किया गया है। इन पर घाटी क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर हथगोले रखकर आम जनता को डराने-धमकाने की घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। पुलिस ने इनके कब्जे से दो पिस्तौल, दो मैगजीन और कुछ गोला-बारूद भी बरामद किया है।
एक अन्य अभियान में, सुरक्षा बलों ने इंफाल ईस्ट जिले के केराओ वांगखेम और आसपास के इलाकों से इसी संगठन के तीन और सक्रिय सदस्यों को धर दबोचा। इनके पास से पांच हथियार, गोला-बारूद और एक वायरलेस संचार उपकरण जब्त किया गया है।
पुलिस ने यह भी बताया कि प्रतिबंधित पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के एक सदस्य को इम्फाल ईस्ट जिले के सावोमबंग काबुई खुंजाओ से जबरन वसूली के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है। तलाशी के दौरान उसके पास से दो पिस्तौल, एक हथगोला और एक डेटोनेटर बरामद हुआ है। इसके अतिरिक्त, प्रतिबंधित केसीपी (अपुनबा) के दो सक्रिय कार्यकर्ताओं को थौबल जिले के वांगजिंग अवांग लेईकाई में एक खाली घर से गिरफ्तार किया गया। ये दोनों भी जबरन वसूली की गतिविधियों में शामिल थे।
मणिपुर में तलाशी अभियान जारी:
गौरतलब है कि मणिपुर में मई 2023 में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से ही सुरक्षा बल लगातार तलाशी अभियान चला रहे हैं। मैतेई और कुकी-जो समुदाय के बीच हुई इस हिंसा में अब तक 260 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद 13 फरवरी को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया था।