Spy Jyoti Malhotra : ज्योति मल्होत्रा केस पिता का आरोप पुलिस ने धोखा दिया, वकील के लिए पैसे नहीं
जासूसी आरोपी ज्योति मल्होत्रा के पिता का आरोप - पुलिस ने धोखा दिया, वकील के लिए पैसे नहीं, यात्राओं की जांच जारी।

Spy Jyoti Malhotra : पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा के पिता हरीश मल्होत्रा ने गुरुवार को पुलिस पर धोखा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके पास बेटी के लिए वकील करने के पैसे नहीं हैं और पुलिस ने उन्हें गलत समय बताकर ज्योति से मिलने नहीं दिया।
बातचीत में हरीश मल्होत्रा ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने उन्हें गुरुवार दोपहर 12 बजे कोर्ट में ज्योति से मिलवाने का समय दिया था। वे सुबह ही अपनी बेटी से मिलने की उम्मीद में घर से निकल पड़े थे, जबकि उनके पास तो मोबाइल फोन तक नहीं है। उन्होंने बताया कि जब वे कोर्ट पहुंचे तो उन्हें पता चला कि ज्योति को पहले ही रिमांड पर भेज दिया गया है। हरीश मल्होत्रा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें गलत समय बताकर धोखा दिया।
बेटी के लिए वकील नियुक्त करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे किसी वकील को नहीं जानते और उनके पास पैसे भी नहीं हैं। उन्होंने बताया कि पिछले पांच दिनों से मीडिया और पुलिस के अलावा उनके घर कोई नहीं आया है और पड़ोसियों व रिश्तेदारों ने भी उनसे दूरी बना ली है।
चार दिन की और पुलिस रिमांड:
जासूसी के आरोप में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा को पांच दिन की रिमांड पूरी होने के बाद गुरुवार को अदालत में पेश किया गया। सिविल लाइन पुलिस ने अदालत को बताया कि आरोपी के मोबाइल और लैपटॉप की फोरेंसिक रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है और दूसरे राज्यों की पुलिस ने भी उनसे संपर्क किया है। जांच में साक्ष्य जुटाने के लिए पुलिस ने सात दिन की और रिमांड मांगी, लेकिन सिविल जज ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट सुनील कुमार ने दोनों पक्षों की जिरह सुनने के बाद ज्योति मल्होत्रा को चार दिन के लिए और पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
पाकिस्तान ऑपरेटिव एजेंसी के संपर्क में थी ज्योति:
जांच अधिकारी ने अदालत को बताया कि ज्योति मल्होत्रा के मोबाइल और लैपटॉप को जांच के लिए मधुबन स्थित फोरेंसिक लैब में भेजा गया है और अभी तक उसकी रिपोर्ट नहीं मिली है। हालांकि, जांच में ज्योति के पाकिस्तान ऑपरेटिव एजेंसी (पीओआई) के संपर्क में होने के सबूत मिले हैं। मोबाइल और लैपटॉप के डेटा मिलने के बाद जांच को आगे बढ़ाया जाएगा, जिससे यह पता चलेगा कि ज्योति ने पीओआई से किस तरह की सूचनाएं साझा की थीं।
ज्योति ने नहीं किया अपना वकील:
अदालत को यह भी बताया गया कि ज्योति मल्होत्रा ने दूसरे कई राज्यों के वीडियो भी बनाए हैं, जिसमें बॉर्डर सिक्योरिटी को भी दिखाया गया था। ऐसे कुछ राज्यों की पुलिस भी उससे पूछताछ करना चाहती है, जिसके लिए पुलिस ने सात दिन की रिमांड मांगी थी। ज्योति ने अपना कोई निजी वकील नहीं किया था और अदालत की ओर से उसे डीएलएसए (डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी) की ओर से वकील दिया गया।
पाकिस्तान के वीडियो दानिश को भेजती थी ज्योति:
पूछताछ में यह भी सामने आया है कि पाकिस्तान से जुड़े वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करने से पहले ज्योति इन्हें पाकिस्तान दूतावास के अधिकारी दानिश के पास भेजती थी। दानिश इन वीडियो को देखकर ज्योति को निर्देश देता था, जिसके अनुसार ज्योति वीडियो को एडिट करके सोशल मीडिया पर अपलोड करती थी। माना जा रहा है कि दानिश वीडियो से पाकिस्तान की छवि को नुकसान पहुंचाने वाले सीन हटवाता था और यह सुनिश्चित करता था कि वीडियो में पाकिस्तान की सुरक्षा से जुड़ी कोई गोपनीय जानकारी न हो। पुलिस को ज्योति के मोबाइल से इस तरह के वीडियो भेजे जाने के सबूत मिले हैं।
ज्योति के चार बैंक खाते:
पुलिस को ज्योति के चार अलग-अलग बैंकों में खाते मिले हैं, जिनकी जांच चल रही है। पुलिस ने बैंक खातों के लेनदेन के बारे में अभी कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है, हालांकि जानकारी के अनुसार बैंक खातों में बड़ी रकम नहीं मिली है।
यात्रा के पैटर्न की जांच:
पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियां ज्योति की यात्राओं के पैटर्न को समझने का प्रयास कर रही हैं। वे ज्योति की यात्रा के बाद डाले गए वीडियो और उन क्षेत्रों में हुई आतंकी घटनाओं के बीच संबंध स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। जांच एजेंसियां यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही हैं कि ज्योति जिन क्षेत्रों में गई, वहां कोई संदिग्ध आतंकी पकड़ा गया या कोई आतंकी घटना हुई थी या नहीं। इसके अलावा, ज्योति की किस-किस यात्रा को किसने प्रायोजित किया, इस तथ्य को भी जुटाया जा रहा है।