IPL टीमें कैसे कमाती हैं करोड़ों? BCCI देता है ₹400 करोड़, टिकट और प्राइज मनी का गणित समझें

आईपीएल टीमें सिर्फ क्रिकेट से नहीं, बल्कि एक बड़े बिजनेस मॉडल से करोड़ों कमाती हैं। बीसीसीआई से मिलने वाले ₹400 करोड़ के अलावा, स्पॉन्सरशिप, टिकट बिक्री और प्राइज मनी भी इनकी कमाई के अहम स्रोत हैं।

IPL टीमें कैसे कमाती हैं करोड़ों? BCCI देता है ₹400 करोड़, टिकट और प्राइज मनी का गणित समझें

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) आज सिर्फ एक क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं रह गया है, बल्कि यह एक सफल बिजनेस मॉडल के तौर पर उभरा है। यह बड़े-बड़े ब्रांडों और निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। चेन्नई सुपर किंग्स, मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु जैसी टीमें हर साल करोड़ों रुपये की कमाई करती हैं। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि इन टीमों की कमाई का गणित क्या है? आइए, आसान भाषा में समझते हैं कि आईपीएल टीमें कहां-कहां से और कितना पैसा कमाती हैं।

बीसीसीआई से सेंट्रल रेवेन्यू (Central Revenue from BCCI):

आईपीएल का संचालन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) करता है और टीमों की कमाई का एक बड़ा हिस्सा बीसीसीआई द्वारा बनाए गए सेंट्रल रेवेन्यू से आता है, जिसमें मुख्य रूप से शामिल हैं:

  • ब्रॉडकास्टिंग राइट्स: बीसीसीआई को आईपीएल के प्रसारण अधिकार बेचने से भारी राजस्व मिलता है। 2023-2027 के मीडिया राइट्स डील में बीसीसीआई ने ₹48,390 करोड़ कमाए, जिसमें टीवी प्रसारण (स्टार स्पोर्ट्स) और ऑनलाइन स्ट्रीमिंग (जियोहॉटस्टार) शामिल हैं। इस रेवेन्यू का लगभग 45% हिस्सा सभी 10 टीमों में बराबर बांटा जाता है। इसका मतलब है कि प्रत्येक टीम को सालाना लगभग ₹400 करोड़ से अधिक की कमाई होती है।
  • सेंट्रल स्पॉन्सरशिप्स: टाटा, ड्रीम11, सीएट और स्विगी इंस्टामार्ट जैसी बड़ी कंपनियां आईपीएल से जुड़ने के लिए बीसीसीआई को मोटी रकम देती हैं। इस रेवेन्यू का भी एक हिस्सा टीमों को मिलता है।

टीम के अपने Sponsorship Deals:

हर आईपीएल टीम अपने स्तर पर भी विभिन्न स्पॉन्सरशिप डील करके अच्छा खासा पैसा कमाती है। इनमें शामिल हैं:

  • जर्सी स्पॉन्सर (Front Jersey Sponsor): यह सबसे बड़ी स्पॉन्सरशिप डील होती है। 2024 में मुंबई इंडियंस की फ्रंट जर्सी स्पॉन्सर स्लाइस थी, जबकि RCB ने कतर एयरवेज के साथ डील की थी।
  • अन्य जर्सी स्पॉन्सर: जर्सी के पीछे, बाजुओं और कैप पर लगे ब्रांड भी टीमों को पैसा देते हैं।
  • डिजिटल और सोशल मीडिया पार्टनर: टीमें सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ब्रांड्स के साथ मिलकर कैंपेन चलाती हैं।

टॉप आईपीएल टीमें सालाना स्पॉन्सरशिप से ₹70 से ₹100 करोड़ तक कमाती हैं। उदाहरण के लिए, चेन्नई सुपर किंग्स ने 2024 में ₹95.5 करोड़ से अधिक की कमाई सिर्फ स्पॉन्सरशिप से की थी।

टिकट बिक्री से कमाई (Matchday Revenue):

जब कोई टीम अपने होम ग्राउंड पर मैच खेलती है, तो टिकटों की बिक्री से भी अच्छी कमाई होती है। टिकट बिक्री का एक बड़ा हिस्सा टीम को मिलता है, जबकि कुछ हिस्सा लोकल क्रिकेट एसोसिएशन और बीसीसीआई को जाता है। मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में टिकटों की मांग बहुत अधिक होती है। 2024 में मुंबई के कुछ हाई-डिमांड मैचों में टिकट ₹800 से ₹10,000 तक बिके थे। पूरे सीजन में टीमें टिकट बिक्री से लगभग ₹20 से ₹30 करोड़ तक कमाती हैं।

मर्चेंडाइज सेल (Merchandise Sales):

फैंस अपनी पसंदीदा टीम की जर्सी, कैप, मग और अन्य सामान ऑनलाइन और ऑफलाइन स्टोर्स से खरीदते हैं। मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स जैसी टीमों की मर्चेंडाइज बिक्री भारत के साथ-साथ विदेशों में भी होती है। हालांकि, यह कमाई का एक छोटा हिस्सा है, लेकिन टीम की ब्रांड वैल्यू बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

प्राइज मनी (Prize Money):

आईपीएल में शीर्ष स्थान पर आने वाली टीमों को बीसीसीआई की तरफ से इनाम राशि मिलती है। 2024 के आईपीएल में विजेता को ₹20 करोड़, रनर-अप को ₹12.5 करोड़ और तीसरे व चौथे स्थान की टीमों को ₹7 करोड़ मिले थे। यह राशि खिलाड़ियों और फ्रेंचाइजी के बीच आपसी समझौते के अनुसार बांटी जाती है।

खिलाड़ी ट्रेड और ट्रांसफर (Player Trading & Transfers):

टीमें आपस में खिलाड़ियों की अदला-बदली करती हैं और कई बार इसमें कैश डील भी शामिल होती है। यह नियमित कमाई का जरिया नहीं है, लेकिन सही रणनीति से टीम को वित्तीय फायदा हो सकता है।

ब्रांड वैल्यू और इन्वेस्टमेंट (Franchise Brand Value):

जैसे-जैसे टीमें लोकप्रिय होती हैं, उनकी ब्रांड वैल्यू भी बढ़ती जाती है। आईपीएल फ्रेंचाइजियों का ब्रांड मूल्य पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ा है। 2024 में चेन्नई सुपर किंग्स का ब्रांड मूल्य ₹1,800 करोड़ से अधिक था, जबकि मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु भी इससे ज्यादा पीछे नहीं थे। यह बढ़ती हुई ब्रांड वैल्यू निवेशकों को आकर्षित करती है और टीम के लिए भविष्य में और भी कमाई के रास्ते खोलती है।