Kaimur: मंत्री, सांसद, विधायक और भोजपुरी सितारों का जमावड़ा! वेद व्यास चौबे की बिटिया के अन्नप्राशन में बंधी समां
कैमूर में वेद व्यास चौबे की बेटियों के अन्नप्राशन पर लगा सितारों का मेला! मंत्री, सांसद, विधायक और भोजपुरी कलाकारों ने जमाई महफिल, बेटियों को बेटों से बढ़कर बताया।

कैमूर, शुक्रवार, 16 मई 2025। बिहार के कैमूर जिले के सिरबिट गांव में गुरुवार को एक ऐसा कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें राजनीति और मनोरंजन जगत के कई बड़े नाम एक साथ नजर आए। मौका था भाजपा के प्रदेश मंत्री वेदव्यास चौबे की दो प्यारी बेटियों के अन्नप्राशन का। इस खास अवसर पर केंद्र और राज्य सरकार के दर्जनों मंत्रियों, सांसदों और विधायकों ने शिरकत की, वहीं भोजपुरी सिनेमा के लोकप्रिय कलाकारों ने अपनी धमाकेदार परफॉर्मेंस से पूरी रात समां बांधे रखा।
कार्यक्रम में मनोरंजन का तड़का लगाने के लिए भोजपुरी इंडस्ट्री के जाने-माने चेहरे रितेश पाण्डेय, कल्लू, राकेश मिश्रा, काजल राघवानी, डीम्पल सिंह और अनुपमा यादव समेत कई अन्य कलाकार मौजूद थे। इन सितारों ने अपनी गायकी और नृत्य से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं, सभी अतिथियों के लिए नाश्ते और भोजन की भी शानदार व्यवस्था की गई थी।
इस खुशी के मौके पर परिजनों और रिश्तेदारों ने बेटियों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि बेटियां किसी भी मायने में बेटों से कम नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बेटियां मुश्किल समय में बेटों से कहीं ज्यादा साथ देती हैं। हाल ही में देश पर आई मुसीबत के समय बेटियों ने ही राफेल जैसे लड़ाकू विमान उड़ाकर पाकिस्तान में घुसकर बदला लिया था, इसलिए बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं करना चाहिए।
क्षेत्र में इस बात की खूब चर्चा हो रही है कि आमतौर पर बेटा पैदा होने पर ही बड़े जश्न और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, लेकिन वेदव्यास चौबे ने अपनी बेटियों के अन्नप्राशन पर इतना भव्य कार्यक्रम आयोजित करके समाज के लिए एक मिसाल कायम की है।
भोजपुरी कलाकारों ने मंच से 'भारत माता की जय' के नारे लगाते हुए देश के वीर सपूतों को नमन किया। जब लोकप्रिय गायक और सांसद मनोज तिवारी ने रितेश पाण्डेय, कल्लू और राकेश मिश्रा के साथ देशभक्ति गीत 'दिल दिया है जान भी देंगे ऐ वतन तेरे लिए' गाया, तो पूरी महफिल में मौजूद लोगों ने एक सुर में इस गीत को गाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
मनोज तिवारी ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान है, उसे वेदव्यास चौबे ने इस कार्यक्रम के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाने का सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने यह भी कहा कि वेदव्यास चौबे ने अपनी बेटियों के अन्नप्राशन में इतने बड़े कार्यक्रम का आयोजन करके उन लोगों को करारा जवाब दिया है, जो बेटियों को गर्भ में ही मारने का पाप करते हैं।
कार्यक्रम में पहुंचे जल शक्ति मंत्री (भारत सरकार) और बिहार सरकार के कई मंत्रियों और सांसदों-विधायकों ने वेदव्यास चौबे द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की जमकर सराहना की और कहा कि उन्होंने समाज में बेटियों को वह सम्मान दिलाने का भरपूर प्रयास किया है, जिसकी वे हकदार हैं। कुल मिलाकर, सिरबिट गांव में वेदव्यास चौबे की बेटियों का अन्नप्राशन एक यादगार और प्रेरणादायक कार्यक्रम साबित हुआ, जिसमें बेटियों के महत्व का संदेश बड़े ही शानदार तरीके से दिया गया।