बनारसी लंगड़ा के दीवाने हुए डिप्टी सीएम, सड़क किनारे खरीद ली पूरी ठेली
आम का नाम पूछा और स्वाद पर रीझ गए, बनारसी लंगड़ा के दीवाने हुए यूपी के डिप्टी सीएम;

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बनारस दौरे पर थे, जहां उन्हें बनारसी लंगड़ा आम का स्वाद इतना भा गया कि उन्होंने सड़क किनारे एक ठेले से पूरे आम खरीद लिए। हाल ही में जीआई टैग प्राप्त इस प्रसिद्ध आम के प्रति डिप्टी सीएम का प्रेम देखकर आसपास के लोग भी मुस्कुरा उठे। इस घटना की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं।
दरअसल, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता पर आयोजित तिरंगा यात्रा में शामिल होने के लिए बनारस आए थे। काशी विद्यापीठ से शुरू हुई यह यात्रा संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी पर समाप्त हुई। यात्रा खत्म होने के बाद डिप्टी सीएम, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल सड़क पर खड़े होकर बातचीत कर रहे थे।
इसी दौरान संतोष सोनकर नाम का एक युवक अपने ठेले पर बनारसी लंगड़ा आम लेकर वहां पहुंचा। डिप्टी सीएम ने उसे रोककर आम का नाम पूछा। संतोष ने बताया कि यह बनारसी लंगड़ा है, जिसे 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर जीआई टैग मिला है। यह सुनकर डिप्टी सीएम की दिलचस्पी और बढ़ गई। उन्होंने सुनील बंसल से आम का स्वाद पूछा, और जब उन्होंने 'गजब का' बताया, तो डिप्टी सीएम ने ठेले वाले से पूरी ठेली की कीमत पूछी। संतोष ने 8 हजार रुपये बताए, जिस पर डिप्टी सीएम ने तुरंत अपने स्टाफ से उसे 8 हजार रुपये और एक किलो मिठाई देने को कहा और पूरी ठेली खरीद ली।
इस दौरान डिप्टी सीएम और ठेले वाले संतोष के बीच आम की गुणवत्ता को लेकर मजेदार बातचीत भी हुई। संतोष ने बताया कि बनारसी लंगड़ा 'आमों का राजा' है और यह केवल बनारस में ही पैदा होता है। जीआई टैग मिलने के बाद से इस आम की वैश्विक पहचान और बढ़ गई है और इसकी मांग अमेरिका, यूरोप और खाड़ी देशों में तेजी से बढ़ रही है। आम निर्यातकों के अनुसार, अगले पांच सालों में बनारसी लंगड़ा का निर्यात 100 टन से भी ऊपर जा सकता है। जीआई टैग मिलने से बनारसी लंगड़ा आम को कानूनी संरक्षण मिला है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी ब्रांडिंग और विपणन में मदद मिल रही है, जिससे स्थानीय किसानों और व्यापारियों को आर्थिक लाभ हो रहा है।