Lucknow News : दहेज की बलि चढ़ी होनहार प्रिया, सुसाइड नोट में ससुरालवालों की क्रूरता का खुलासा
लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में दहेज की लगातार मांग और प्रताड़ना से तंग आकर प्रिया दीक्षित नाम की एक नवविवाहिता ने आत्महत्या कर ली। मरने से पहले उसने एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें ससुरालवालों की क्रूरता और दहेज की मांग का विस्तार से वर्णन किया।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जिसने दहेज प्रथा के दानवी चेहरे को एक बार फिर उजागर कर दिया है। यहां, प्रिया दीक्षित नामक एक नवविवाहिता, जो लगातार दहेज की मांग और ससुरालवालों की प्रताड़ना से बुरी तरह तंग आ चुकी थी, ने अपनी जान ले ली। प्रिया ने मरने से पहले दो पन्नों का एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उसने अपने ससुरालवालों द्वारा किए गए अत्याचारों की दर्दनाक कहानी बयान की है।
प्रिया एक शिक्षित और होनहार युवती थीं। वह ग्रेजुएट थीं और हाल ही में उनका चयन बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग में हुआ था। उन्हें आगामी 10 जून तक अपनी नई नौकरी ज्वाइन करनी थी, लेकिन दहेज के लोभियों ने न केवल उनके शादी के सपनों को चकनाचूर कर दिया, बल्कि उनके उज्ज्वल करियर का भी अंत कर दिया।
प्रिया के पिता, दिनेश दीक्षित, ने अपनी बेटी के दर्दनाक अंत पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, "मेरी बेटी बस अपने ससुराल में शांति से रहना चाहती थी। उसने कई बार समझौते की कोशिश की, लेकिन उन लोगों को सिर्फ पैसों से मतलब था। वे हमसे छह लाख रुपए और एक SUV गाड़ी की मांग कर रहे थे। आखिरकार, उन्होंने मेरी बेटी को इतना मजबूर कर दिया कि उसे अपनी जान देनी पड़ी।"
प्रिया का विवाह 10 दिसंबर 2024 को ठाकुरगंज निवासी शुभम टंडन से हुआ था, जो बाराबंकी के फतेह सराय प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत है। शादी के कुछ ही दिनों बाद, प्रिया की सास गीता टंडन, ससुर गिरधर नारायण टंडन और ननदों नेहा, प्रियंका और सोनी ने उसे कम दहेज लाने के लिए ताने देना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे, यह मानसिक प्रताड़ना मारपीट और शारीरिक उत्पीड़न में बदल गई।
प्रिया के भाई, पीयूष दीक्षित, ने बताया कि 3 फरवरी को जब ससुरालवालों की दहेज की मांग पूरी नहीं हुई, तो उन्होंने प्रिया को घर से निकाल दिया। वह छह घंटे तक अपने ही घर के बाहर खड़ी रही और अंदर आने की भीख मांगती रही। जब उसने desperation में 112 पर कॉल करके पुलिस को बुलाया, तभी उसे घर में प्रवेश करने दिया गया। इसके बाद, किसी बहाने से उसे उसके मायके भेज दिया गया।
पीयूष ने आगे बताया कि उनकी बहन प्रिया ने 13 मई को अपने पति और ससुरालवालों के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। 17 मई को, जब महिला थाने में मध्यस्थता (mediation) के लिए बुलाया गया, तो शुभम वकीलों की एक टीम के साथ आया और पुलिस के हटते ही उसने प्रिया को जान से मारने की धमकी दी। उसने प्रिया से कहा कि अगर वह जेल गया तो उसके भाइयों और पिता को मरवा देगा।
प्रिया के पिता दिनेश दीक्षित ने यह भी आरोप लगाया कि शुभम प्रिया के साथ मारपीट करता था और फिर उसे हंसने के लिए मजबूर करता था। वह जबरन उसकी तस्वीरें खींचता था और उसे लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था।
अपने दो पन्नों के सुसाइड नोट में, प्रिया ने यह भी लिखा कि 1 फरवरी को उसकी सास, ससुर और पति ने मिलकर तकिए से उसका मुंह दबाकर हत्या करने की कोशिश की थी। उसने यह भी लिखा कि वह अपने मायके वालों की सुरक्षा और न्याय की उम्मीद में अपनी जान दे रही है।
ठाकुरगंज पुलिस ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रिया की शिकायत और उसके सुसाइड नोट के आधार पर, उन्होंने पति शुभम टंडन, सास गीता टंडन, ससुर गिरधर नारायण टंडन, ननदों नेहा कपूर, प्रियंका खत्री, श्वेता सोनी और उनके पतियों चेतन कपूर, हिमांशु खत्री और प्रत्यूष सोनी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है, लेकिन फिलहाल सभी फरार हैं। इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर दहेज प्रथा के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।