Lucknow News : लखनऊ में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी का आरोपी ढेर: पुलिस मुठभेड़ में मारा गया हैवान, शहर ने ली राहत की सांस

लखनऊ में एक 3 साल की दिव्यांग बच्ची से दरिंदगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। यह जघन्य घटना आलमबाग में हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी दीपक वर्मा को ढेर कर दिया। बच्ची अभी भी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है।

Lucknow News : लखनऊ में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी का आरोपी ढेर: पुलिस मुठभेड़ में मारा गया हैवान, शहर ने ली राहत की सांस

Lucknow News : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक ढाई साल की दिव्यांग बच्ची के साथ हुई दिल दहला देने वाली दरिंदगी के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया है। यह घटना लखनऊ के आलमबाग इलाके की थी, जिसने पूरे शहर को स्तब्ध कर दिया था।


आधी रात को अगवा कर की थी हैवानियत

बीते बुधवार (5 जून) की रात को आलमबाग थाना क्षेत्र में यह अमानवीय घटना हुई। एक ढाई साल की दिव्यांग बच्ची अपनी मां के साथ मेट्रो पुल के नीचे सो रही थी, तभी आरोपी उसे मुंह दबाकर उठा ले गया। दरिंदे ने बच्ची के साथ हैवानियत की सभी हदें पार कर दीं। रात करीब 2 बजे एक राहगीर ने बच्ची को खून से लथपथ और नाजुक हालत में पड़ा देखा, जिसके बाद परिजनों और पुलिस को सूचना दी गई।

बच्ची को तत्काल लोकबंधु अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे पीजीआई रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट में गहरे घाव थे। इस वीभत्स घटना के बाद पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए अज्ञात आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया और उसकी तलाश के लिए पांच टीमें गठित कीं।


सीसीटीवी फुटेज से हुई पहचान, पुलिस मुठभेड़ में ढेर

डीसीपी सेंट्रल आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद आरोपी की पहचान दीपक वर्मा के रूप में हुई। पुलिस ने आरोपी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित करने का प्रस्ताव भी दिया था। इनाम घोषित होने से पहले ही मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी दीपक वर्मा इलाके में है और भागने की फिराक में है।

सूचना मिलते ही पुलिस टीमों ने इलाके की घेराबंदी की। खुद को घिरा देख आरोपी दीपक वर्मा ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आरोपी को गोली लग गई। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई।

डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि आरोपी दीपक वर्मा ऐशबाग क्षेत्र का रहने वाला था। वह रेलवे में पानी बेचने का काम करता था और जागरण आदि कार्यक्रमों में झांकी लगाने का भी काम करता था। पुलिस ने उसके पास से घटना में इस्तेमाल की गई स्कूटी भी बरामद की है। पुलिस ने दावा किया है कि इस घटना का खुलासा कर लिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

पीड़ित परिवार उत्तर प्रदेश के उन्नाव का रहने वाला है और कबाड़ बीनने का काम करता है। इस घटना ने एक बार फिर बच्चों की सुरक्षा और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत को रेखांकित किया है।


ऐसे जघन्य अपराधों को रोकने और बच्चों को सुरक्षित माहौल देने के लिए समाज और प्रशासन को और क्या कदम उठाने चाहिए?