क्रिप्टो में मुनाफे का झांसा देकर युवती से 81,600 रुपये की ठगी, लखनऊ में साइबर अपराध बढ़ा

लखनऊ में युवती को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के नाम पर ठग लिया गया। साइबर जालसाजों ने टेलीग्राम ग्रुप के जरिए 81,600 रुपये ट्रांसफर करा लिए। पुलिस जांच में जुटी है।

क्रिप्टो में मुनाफे का झांसा देकर युवती से 81,600 रुपये की ठगी, लखनऊ में साइबर अपराध बढ़ा

लखनऊ: डिजिटल युग में जहां एक ओर क्रिप्टोकरेंसी निवेश का नया जरिया बन रही है, वहीं दूसरी ओर साइबर ठग इसे लोगों को जाल में फंसाने का हथियार बना रहे हैं। बाजारखाला इलाके की एक युवती को टेलीग्राम के जरिए क्रिप्टो में निवेश का लालच देकर 81,600 रुपये ठग लिए गए। यही नहीं, लखनऊ में अन्य साइबर अपराधों में लाखों रुपये की हेराफेरी हुई है।


क्रिप्टो निवेश बना फांस का जाल

बाजारखाला की एफसीआई रोड स्थित लेबर कॉलोनी निवासी यशी साहू को कुछ दिन पहले एक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा गया। इस ग्रुप में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा दिया गया। लालच में आकर उन्होंने कुल ₹81,600 ट्रांसफर कर दिए। जब उन्होंने रिटर्न मांगना शुरू किया, तो और पैसे मांगे गए। संदेह होने पर यशी ने बाजारखाला कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई।


क्रेडिट कार्ड का क्लोन बनाकर उड़ाए ₹3.49 लाख

सीतापुर रोड योजना के प्रभात कुमार का आरबीएल बैंक का क्रेडिट कार्ड था। उन्होंने देखा कि उनके कार्ड से कर्नाटक में तीन बार में ₹3,49,260 निकाले गए। जांच में सामने आया कि कार्ड का क्लोन बनाकर साइबर ठगों ने यह हरकत की। उन्होंने मड़ियांव थाने में शिकायत दर्ज कराई है।


मोबाइल चोरी के बाद खाते से निकाले गए ₹3.25 लाख

राजाजीपुरम निवासी सतेंद्र सिंह चौहान 23 अप्रैल को वैष्णो देवी दर्शन के लिए जा रहे थे। ट्रेन में उनका मोबाइल गुम हो गया। उन्होंने तुरंत सिम ब्लॉक करवाया, लेकिन 29 अप्रैल को जब उन्होंने नया सिम लिया और बैंक अकाउंट चेक किया, तो पाया कि ₹3,25,853 रुपये उनके अकाउंट से गायब हैं। उन्होंने तालकटोरा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।


सावधानी ही सुरक्षा है: साइबर क्राइम से बचने के उपाय

  1. गैर-मांगें वाले निवेश प्रस्तावों से बचें, खासकर जो गारंटीड मुनाफा देने का दावा करते हों।

  2. सिर्फ विनियमित और प्रमाणिक क्रिप्टो एक्सचेंज का उपयोग करें।

  3. सोशल मीडिया, डेटिंग ऐप्स या अज्ञात स्रोतों से मिले निवेश लिंक पर भरोसा न करें।

  4. फिशिंग साइट्स से सतर्क रहें। यूआरएल हमेशा ध्यान से जांचें।

  5. कभी भी अपना OTP, लॉगिन डिटेल्स या प्राइवेट की किसी से शेयर न करें।

  6. यदि किसी लिंक या ईमेल पर शक हो, क्लिक न करें।

  7. निवेश से पहले पूरी जानकारी और रिसर्च अवश्य करें।


फ्रॉड होने पर कहां करें शिकायत?

साइबर हेल्पलाइन: 1930
ऑनलाइन शिकायत: https://cybercrime.gov.in
स्थानीय साइबर सेल / पुलिस स्टेशन में संपर्क करें।