लखनऊ चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू का अलर्ट, एहतियातन 7 दिन के लिए बंद
गोरखपुर में बाघिन की बर्ड फ्लू से मौत के बाद लखनऊ चिड़ियाघर को 7 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाते हुए सभी जानवरों की निगरानी बढ़ा दी है।

लखनऊ स्थित नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान (लखनऊ चिड़ियाघर) को तत्काल प्रभाव से 7 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। यह फैसला पड़ोसी गोरखपुर के चिड़ियाघर में एक बाघिन की बर्ड फ्लू (H5 एवियन इन्फ्लुएंजा) से दुखद मौत की पुष्टि होने के बाद लिया गया है। हालांकि, लखनऊ चिड़ियाघर में अभी तक किसी भी जानवर में बर्ड फ्लू के संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है।
एहतियाती कदम और निगरानी:
चिड़ियाघर प्रशासन ने इस संभावित खतरे को गंभीरता से लेते हुए यह एहतियाती कदम उठाया है। इस दौरान चिड़ियाघर के सभी 998 वन्य जीवों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। पशु चिकित्सकों की टीमें लगातार उनके स्वास्थ्य की जांच करेंगी और किसी भी असामान्य लक्षण दिखने पर तत्काल उपचार सुनिश्चित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के सभी चिड़ियाघरों, पक्षी विहारों, नेशनल पार्कों, वेटलैंड क्षेत्रों और गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित पशु-पक्षियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने अधिकारियों को कर्मचारियों को आवश्यक पीपीई किट्स और अन्य सुरक्षा उपकरणों से लैस करने तथा परिसर में साफ-सफाई की व्यवस्था को और अधिक चुस्त-दुरुस्त करने का आदेश दिया है।
21 मई को संभावित पुनः खोला जाना:
लखनऊ चिड़ियाघर के आगंतुकों को अगले सात दिनों तक प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। यदि इस अवधि के दौरान कोई नया मामला सामने नहीं आता है, तो चिड़ियाघर के 21 मई 2025 से आम जनता के लिए फिर से खुलने की संभावना है। प्रशासन ने सभी आगंतुकों से सहयोग करने की अपील की है और स्थिति की गंभीरता को समझने का आग्रह किया है।
यह त्वरित और एहतियाती कार्रवाई उत्तर प्रदेश सरकार और चिड़ियाघर प्रशासन की वन्यजीवों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। गोरखपुर की घटना एक चेतावनी के रूप में आई है, जिसके बाद लखनऊ चिड़ियाघर प्रशासन किसी भी संभावित जोखिम को कम करने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है।