Maharashtra News : महाराष्ट्र में बारिश का कहर जारी, 107 साल का रिकॉर्ड टूटा, दिल्ली में उमस, उत्तर भारत में आंधी-बारिश का अलर्ट

महाराष्ट्र में बीते दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने 107 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जिससे मुंबई में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने आज भी महाराष्ट्र में भारी बारिश की संभावना जताई है, जबकि दिल्ली में उमस और उत्तर भारत के कई राज्यों में आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

Maharashtra News : महाराष्ट्र में बारिश का कहर जारी, 107 साल का रिकॉर्ड टूटा, दिल्ली में उमस, उत्तर भारत में आंधी-बारिश का अलर्ट

महाराष्ट्र में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने पिछले 107 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। सोमवार को मुंबई में जलभराव के कारण ट्रेनें ठप हो गईं और सड़क यातायात भी बुरी तरह प्रभावित रहा। भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अभी यह सिर्फ शुरुआत है और मंगलवार को भी महाराष्ट्र में भारी बारिश की संभावना है। मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और रत्नागिरी जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून महाराष्ट्र से आगे बढ़कर आंध्र प्रदेश के रायलसीमा तक पहुंच गया है, जिससे अब आंध्र प्रदेश में भी बारिश का दौर शुरू हो गया है।

दिल्लीवासियों को आज बारिश से राहत मिल सकती है, लेकिन हवा में नमी के कारण उमस बरकरार रहेगी, जिससे मौसम सुहाना बना रहेगा। भारतीय मौसम विभाग के दिल्ली केंद्र के अनुसार, मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर के आसमान में बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है, हालांकि व्यापक बारिश की संभावना नहीं है। इस दौरान दिल्ली-एनसीआर में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने 28 और 29 मई को भी दिल्ली-एनसीआर में आसमान में हल्के बादल छाए रहने और मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई है, जबकि 30 मई से दो दिनों के लिए आंधी-बारिश का पूर्वानुमान है, जिससे उमस बढ़ सकती है।

उत्तर भारत के अन्य राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में भी मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, इन राज्यों में 27 मई से 1 जून तक आंधी-बारिश की पूरी संभावना है, हालांकि इस दौरान धूप भी निकलेगी, जिससे उमस की स्थिति बनी रह सकती है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के लोगों को उमस से काफी परेशानी हो सकती है। हिमाचल प्रदेश में वज्रपात की संभावना है, जिससे पर्यटन को लाभ हो सकता है, लेकिन फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका है।

पूर्वोत्तर राज्यों जैसे मिजोरम, त्रिपुरा, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश और असम में मानसून ने दस्तक दे दी है और इन सभी राज्यों में बारिश शुरू हो गई है। इसके अलावा, आंध्र प्रदेश और गुजरात के तटीय इलाकों में भी मानसून की बारिश शुरू हो गई है, जिससे कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। मौसम विभाग ने हाईटाइड की संभावना को देखते हुए मछुआरों को समुद्र में जाने से पहले सावधानी बरतने की सलाह दी है।

तटीय राज्य कर्नाटक में मानसून की जबरदस्त बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले पांच दिनों तक राज्य में भारी बारिश हो सकती है, जिससे दक्षिण कन्नड़ जिले में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। राज्य सरकार ने आपदा राहत टीमों को तैनात कर दिया है। उधर, केरल में पहले से ही मानसून ने कहर बरपा रखा है, जहां अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है और 900 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है। स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने प्रभावित इलाकों में राहत शिविर शुरू कर दिए हैं।