नैनीताल को लगी ये किसकी नजर: दुष्कर्म के बाद शहर में तनाव, पर्यटक लौटने को मजबूर

नैनीताल में नाबालिग से बुजुर्ग के दुष्कर्म के बाद शहर में आक्रोश फैल गया है। लोगों का गुस्सा सड़कों पर उमड़ पड़ा, रेस्टोरेंट और दुकानें बंद, पर्यटक लौटने पर मजबूर। जानें पूरी खबर।

नैनीताल को लगी ये किसकी नजर: दुष्कर्म के बाद शहर में तनाव, पर्यटक लौटने को मजबूर

नैनीताल को लगी ये किसकी नजर: नहीं थम रहा लोगों का गुस्सा, पर्यटक लौटने को मजबूर, रेस्टोरेंट-दुकानें सब बंद

उत्तराखंड के नैनीताल में एक दिल दहला देने वाली घटना के बाद शहर में उबाल आ गया है। नाबालिग से बुजुर्ग के दुष्कर्म के मामले ने न केवल शहरवासियों को हिला दिया, बल्कि पर्यटन स्थल के रूप में नैनीताल की छवि पर भी एक बड़ा धब्बा लगा दिया है। इस घटना ने लोगों का गुस्सा इतना बढ़ा दिया कि वे सड़क पर उतरकर बदला लेने के लिए तैयार हो गए। नतीजतन, शहर में लॉकडाउन जैसा माहौल बन गया है, और पर्यटक भागने को मजबूर हो रहे हैं।

शहर में गुस्से का माहौल

नैनीताल में हुई इस घिनौनी घटना के बाद शहर में आक्रोशित जनता का गुस्सा उफान पर है। स्थानीय नागरिक, संगठनों और वकीलों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। दूसरे दिन भी विरोध में वृद्धि हुई और सैकड़ों लोग तल्लीताल में जमा हो गए। इस दौरान, कई संगठनों और जिला कोर्ट के अधिवक्ताओं ने भी विरोध जुलूस निकाला और इस दुष्कर्म की सख्त सजा की मांग की।

विरोध प्रदर्शन को देखते हुए, संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल ने भी तल्लीताल का दौरा किया और आक्रोशित जनता के साथ कमिश्नरी में पहुंचकर कमिश्नर दीपक रावत को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान, सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस बल को तैनात किया गया था।

पर्यटकों पर पड़ रहा असर

शहर में बढ़ते तनाव और गुस्से के कारण नैनीताल में लॉकडाउन जैसा माहौल बन गया है। पर्यटकों को इस माहौल में काफी परेशानी हो रही है और वे लौटने को मजबूर हो रहे हैं। शहर में रिक्शा संचालन ठप हो गया है, और रेस्टोरेंट व दुकानें भी बंद हैं। इस असामान्य स्थिति ने नैनीताल के पर्यटन उद्योग को भी बुरी तरह प्रभावित किया है।

साथ ही, स्थानीय व्यापारियों का भी कहना है कि इस घटना के बाद से पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है, और उनका कारोबार ठप हो गया है। कई पर्यटक जो नैनीताल में छुट्टियां मनाने आए थे, वे जल्द ही वापस लौटने का निर्णय ले रहे हैं।

आरोपी की पेशी और पुलिस की कोशिशें

दूसरी ओर, आरोपी उस्मान को हल्द्वानी के जजी कोर्ट में पेश किया गया। पेशी के दौरान, आरोपी को देख कर कोर्ट में उपस्थित अधिवक्ताओं ने हंगामा कर दिया। इस दौरान, पुलिस को आरोपी को कोर्ट तक ले जाने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, क्योंकि गुस्साए लोगों ने उसकी गिरफ्तारी पर सवाल उठाए।

पुलिस ने आरोपी उस्मान को बमुश्किल कोर्ट तक पहुंचाया, जहां उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस दौरान कोर्ट में भी काफी हंगामा हुआ और सभी की निगाहें इस मामले की त्वरित सुनवाई और आरोपी को कड़ी सजा दिलाने पर थीं।

जनता की मांग

नैनीताल में बढ़ते विरोध और आक्रोश के बीच, स्थानीय लोगों और संगठनों का यह स्पष्ट कहना है कि ऐसे दरिंदों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए ताकि भविष्य में कोई ऐसा अपराध करने की हिम्मत न कर सके। शहर में इस समय शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन ने लगातार प्रयास किए हैं, लेकिन गुस्से से भरे लोग इस घटना के विरोध में और भी सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।

निष्कर्ष

नैनीताल में हुए इस दुष्कर्म की घटना ने केवल शहरवासियों को हिला दिया है, बल्कि पर्यटकों को भी असुरक्षित महसूस करवा दिया है। इस समय, जब नैनीताल में गुस्से का माहौल है और पर्यटन व्यवसाय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, तो प्रशासन को इस संवेदनशील मामले को शीघ्र सुलझाने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि इस प्रकार के अपराधों से लड़ने के लिए समाज और प्रशासन को मिलकर एक मजबूत रणनीति तैयार करनी होगी।