पाकिस्तान का नया पैंतरा: अब AI रिपोर्टर पढ़ेगा खबरें, क्या होगा रियल पत्रकारों का?
आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान का नया एक्सपेरिमेंट। अब न्यूज चैनल पर AI रिपोर्टर पढ़ेगा उर्दू में खबरें, रियल टाइम अपडेट के साथ। क्या ये पारंपरिक पत्रकारों की जगह लेगा?

पाकिस्तान, जो अपनी आर्थिक तंगी, आतंकवाद को बढ़ावा देने की सोच और भारत के खिलाफ साजिशों के लिए अक्सर खबरों में रहता है, इस बार एक अलग वजह से सुर्खियों में है। पड़ोसी मुल्क ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से एक नया प्रयोग किया है। अब पाकिस्तान का एक न्यूज चैनल AI रिपोर्टर लेकर आया है! जहाँ अब तक आपने AI एंकरों के बारे में सुना होगा, वहीं अब यह AI रिपोर्टर उर्दू भाषा में खबरें पढ़ेगा, वह भी रियल टाइम अपडेट के साथ।
पाकिस्तान के रियल एंकर जो काम नहीं कर पाए, अब वह पाकिस्तान AI टेक्नोलॉजी से कराने की सोच रहा है। लेकिन क्या यह महत्वाकांक्षी प्लान सफल हो पाएगा?
क्या करेगा यह AI रिपोर्टर?
पाकिस्तान के न्यूज चैनल 92 न्यूज ने इस AI रिपोर्टर को लॉन्च किया है। चैनल ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इसका एक वीडियो भी साझा किया है। चैनल का दावा है कि यह AI रिपोर्टर ब्रेकिंग न्यूज पर तुरंत अपडेट देगा, पहले से लिखी हुई स्क्रिप्ट को आसानी से पढ़ सकेगा और इंसानों जैसे हावभाव के साथ खबरें सुनाएगा। हालांकि, सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह AI रिपोर्टर ग्राउंड रिपोर्टिंग भी करेगा?
क्या फील्ड रिपोर्टिंग करेगा AI रिपोर्टर?
असल में, यह AI रिपोर्टर एक वर्चुअल डिजिटल कैरेक्टर है। यह कैमरे के सामने तो आ सकता है, लेकिन अभी इसके लिए फील्ड में जाकर रिपोर्टिंग करना संभव नहीं है। हालांकि, यह संभावना है कि चैनल वर्चुअल सीन तैयार करके ऐसा दिखा सकता है कि रिपोर्टर फील्ड से जानकारी दे रहा है।
लोगों की चिंता: क्या जाएगी नौकरियां?
इस नई टेक्नोलॉजी को कुछ लोग जहां आधुनिक और शानदार बता रहे हैं, वहीं कई लोग अपनी नौकरियों को लेकर चिंतित हैं। पाकिस्तान की आम जनता के बीच यह डर फैल गया है कि अगर AI ने रिपोर्टिंग शुरू कर दी, तो क्या इंसानी रिपोर्टरों की आवश्यकता ही नहीं रहेगी?
भारत और चीन पहले से इस रेस में शामिल
AI एंकर का चलन कोई नया नहीं है। भारत और चीन जैसे देशों में भी कुछ न्यूज चैनल पहले से ही AI एंकरों का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन पाकिस्तान का यह कदम थोड़ा अलग है, क्योंकि उनका AI रिपोर्टर रियल टाइम अपडेट देने का दावा कर रहा है, जो इसे और भी दिलचस्प बनाता है। अब यह देखना होगा कि पाकिस्तान का यह AI प्रयोग कितना सफल होता है और क्या यह पारंपरिक पत्रकारिता के भविष्य को बदल पाएगा।