प्रशासन की रोक के बावजूद अंबेडकर छात्रावास पहुंचे राहुल गांधी, जाति जनगणना की मांग पर अड़े
पटना के अंबेडकर छात्रावास में प्रशासन की रोक के बावजूद पहुंचे राहुल गांधी, जाति जनगणना और निजी शिक्षण संस्थानों में आरक्षण की मांग की।

पटना के अंबेडकर छात्रावास में आज राजनीतिक सरगर्मी देखने को मिली, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रशासन की रोक के बावजूद छात्रावास पहुंचे। उन्होंने छात्रों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी ताकत उन्हें यहां आने से नहीं रोक सकती।
"मोदी सरकार से डर के जाति जनगणना की इजाजत दी गई"
राहुल गांधी ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी से साफ कहा है कि जाति आधारित जनगणना करानी ही पड़ेगी। उन्होंने संविधान को केवल किताब में नहीं, बल्कि जीवन में उतारने की बात कही। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार आम जनता के लिए नहीं, बल्कि अडानी और अंबानी जैसे उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है।
प्रशासन की रोक के बावजूद पीछे के रास्ते से पहुंचे राहुल
राहुल गांधी ने बताया कि प्रशासन ने उन्हें कार्यक्रम में जाने से रोकने की कोशिश की, लेकिन वे पीछे के रास्ते से होते हुए अंबेडकर छात्रावास पहुंचे। उन्होंने दलित, पिछड़े, अति पिछड़े और आदिवासी समाज के साथ हो रहे अन्याय का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इन समुदायों को शिक्षा से वंचित किया जा रहा है, पेपर लीक हो रहे हैं और हर स्तर पर उन्हें रोका जा रहा है।
राहुल गांधी की तीन प्रमुख मांगें:
- जाति आधारित जनगणना: उन्होंने पूरे देश में तेलंगाना की तरह जाति आधारित जनगणना कराने की मांग की।
- निजी शिक्षण संस्थानों में आरक्षण: उन्होंने निजी शिक्षण संस्थानों में आरक्षण लागू करने की मांग की और आरोप लगाया कि मोदी सरकार और बिहार सरकार इस कानून को लागू नहीं कर रही हैं।
- सामाजिक न्याय की गारंटी: उन्होंने युवाओं को उनका हक दिलाने के लिए संघर्ष करने की बात कही।
अपने भाषण के अंत में राहुल गांधी ने कहा, "मैं यहां आ गया, मुझे रोका नहीं जा सका, आगे भी हमें कोई नहीं रोक पाएगा।" उनके इस बयान ने कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया।
राहुल गांधी का यह दौरा बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है, खासकर जाति जनगणना और आरक्षण के मुद्दे पर।