Pahalgam Attack : क्या कुछ इन्फ्लुएंसर्स देश के खिलाफ काम कर रहे हैं? पहलगाम हमले के बाद संसद की समिति ने उठाए सवाल

"क्या सोशल मीडिया पर छिपे हैं देश के दुश्मन? पहलगाम हमले के बाद संसद की समिति ने उठाए गंभीर सवाल, मंत्रालयों से मांगा जवाब!"

Pahalgam Attack : क्या कुछ इन्फ्लुएंसर्स देश के खिलाफ काम कर रहे हैं? पहलगाम हमले के बाद संसद की समिति ने उठाए सवाल

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस कायराना हरकत के बाद, अब हमारी संसद की एक महत्वपूर्ण समिति सोशल मीडिया के कुछ ऐसे चेहरों और प्लेटफॉर्म्स पर शक की निगाह से देख रही है, जो शायद देश के खिलाफ काम कर रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद निशिकांत दुबे की अगुवाई में यह संसदीय समिति इस बात की गहराई से जांच कर रही है कि क्या कुछ सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और प्लेटफॉर्म्स देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं। समिति ने सीधे-सीधे सूचना और प्रसारण मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से ऐसे संदिग्धों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जानकारी मांगी है।

इतना ही नहीं, समिति ने यह भी पूछा है कि क्या इन प्लेटफॉर्म्स पर सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 (IT Act 2000) और सूचना प्रौद्योगिकी नियम, 2021 (Information Technology Rules, 2021) के तहत प्रतिबंध लगाया जा सकता है। आखिर, पहलगाम हमले में 26 बेगुनाह लोगों की जान चली गई थी, और इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव भी काफी बढ़ गया है।

मंत्रालयों से मांगा गया है जवाब:

विश्वसनीय समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, संसदीय समिति ने दोनों मंत्रालयों को चिट्ठी लिखकर इस संवेदनशील मामले पर जवाब मांगा है। उनसे यह बताने के लिए कहा गया है कि ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आईटी एक्ट 2000 और सूचना प्रौद्योगिकी नियम, 2021 के तहत बैन लगाने के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है। मंत्रालयों को इस सवाल का जवाब 8 मई तक देना होगा।

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बरकरार:

आपको याद दिला दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में ज्यादातर शिकार पर्यटक बने थे। इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्ते और भी नाजुक हो गए हैं। भारत ने साफ कह दिया है कि वह इस हमले के दोषियों को छोड़ेगा नहीं और पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। इसमें सिंधु जल संधि को रोकना, अटारी सीमा को बंद करना और राजनयिक रिश्तों को कम करना जैसे कदम शामिल हैं।

सरकार ने तो पाकिस्तानी नागरिकों को दिए गए सभी वीजा भी रद्द कर दिए हैं और पाकिस्तान की एयरलाइन्स के लिए भारतीय हवाई क्षेत्र को भी बंद कर दिया है। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी भारत के साथ हर तरह का व्यापार रोक दिया है, जिसमें वह व्यापार भी शामिल है जो किसी तीसरे देश के जरिए होता था। पाकिस्तान ने भारतीय एयरलाइन्स को अपने हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने से भी मना कर दिया है। और तो और, पाकिस्तानी सेना पिछले दस दिनों से लगातार सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन कर रही है।

ऐसे में, संसद की समिति का यह कदम सोशल मीडिया के उन चेहरों पर कड़ी नजर रखने की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो शायद पर्दे के पीछे से देश विरोधी एजेंडा चला रहे हैं। यह देखना होगा कि सरकार इस मामले में कितनी तेजी से और कड़ी कार्रवाई करती है।