उज्जैन: विक्रम विश्वविद्यालय के हॉस्टल में रैगिंग का खौफनाक मंजर, चार छात्र निष्कासित
A serious ragging case reported at Vikram University's Shaligram Tomar hostel in Ujjain. Four senior students expelled after a junior student filed a police complaint. Investigation underway.

उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय के शालिग्राम तोमर छात्रावास में रैगिंग का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां नशे में धुत सीनियर छात्रों ने रात के अंधेरे में जूनियर छात्र के कमरे में घुसकर उसके साथ अमानवीय हरकतें कीं. पीड़ित छात्र की शिकायत पर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मामला दर्ज कर लिया है, जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी त्वरित कार्रवाई करते हुए चारों आरोपी छात्रों को निष्कासित कर दिया है. पुलिस इस पूरे मामले की गहन जांच में जुटी है.
यह शर्मनाक घटना विक्रम विश्वविद्यालय के शालिग्राम तोमर छात्रावास में इंजीनियरिंग के तृतीय वर्ष के छात्र सचिन देवनाथ के साथ हुई. आरोप है कि एमबीए विभाग के मुकुल उपाध्याय, स्पोर्ट्स विभाग के कृष्णा उदासी, कृषि विभाग के रानू गुर्जर और इंजीनियरिंग विभाग के मोईन शेख नामक चार सीनियर छात्र रात करीब डेढ़ बजे सचिन के कमरे में जबरन घुसे. नशे की हालत में इन छात्रों ने सचिन के साथ मारपीट की, उसे कपड़े उतारने पर मजबूर किया और उसे नाचने के लिए भी कहा. रैगिंग की इस भयावह घटना से डरा-सहमा सचिन तुरंत माधव नगर थाने पहुंचा और उसने रैगिंग करने वाले इन चारों छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई.
घटना की सूचना मिलते ही विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अर्पण भारद्वाज तत्काल छात्रावास पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए बोर्ड की बैठक के बाद चारों आरोपी छात्रों - एमबीए विभाग के मुकुल उपाध्याय, स्पोर्ट्स विभाग के कृष्णा उदासी, कृषि विभाग के रानू गुर्जर और इंजीनियरिंग विभाग के मोईन शेख - को न केवल छात्रावास से निष्कासित कर दिया, बल्कि उन्हें विश्वविद्यालय से भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
विद्यार्थी परिषद के विश्वविद्यालय अध्यक्ष सिद्धार्थ यादव ने बताया कि छात्रावास में सीनियर छात्रों के आतंक से भयभीत सचिन ने माधव नगर थाने में अपनी असुरक्षा की शिकायत दर्ज कराई थी और जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की थी. सचिन के बयान के आधार पर माधव नगर थाना प्रभारी ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी आरोपी छात्रों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए पत्र लिखा है.
इस पूरे मामले पर एसपी प्रदीप शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि विक्रम विश्वविद्यालय के छात्रावास में रैगिंग की शिकायत मिली थी, जिस पर पीड़ित छात्र की शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि घटना के दौरान छात्रावास में लगे सीसीटीवी कैमरे बंद थे, जिसकी भी जांच की जा रही है. एसपी ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच सीएसपी द्वारा की जा रही है और जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि आज विश्वविद्यालय परिसर का दौरा भी किया जा रहा है.
इस गंभीर रैगिंग की घटना ने विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था और छात्रों के बीच अनुशासन को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई तो की गई है, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए और भी कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है.