यूपी में नकली दवाओं पर बड़ी कार्रवाई! 30 करोड़ की जब्ती, 68 गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश में नकली दवाओं के गोरखधंधे पर योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई। 30 करोड़ 77 लाख रुपये की नकली दवाएं जब्त, 68 लोग गिरफ्तार। पूरे प्रदेश में चला छापेमारी अभियान।

यूपी में नकली दवाओं पर बड़ी कार्रवाई! 30 करोड़ की जब्ती, 68 गिरफ्तार

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश में नकली दवाओं के कारोबार के खिलाफ एक बड़ी और निर्णायक कार्रवाई को अंजाम दिया है। मुख्यमंत्री के सख्त निर्देशों के बाद, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) विभाग ने पूरे प्रदेश में एक व्यापक छापेमारी अभियान चलाया, जिसके परिणामस्वरूप नकली दवाओं के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है।

इस बड़े अभियान में एफएसडीए की टीमों ने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में ताबड़तोड़ छापेमारी की, जिसके दौरान 30 करोड़ 77 लाख रुपये मूल्य की नकली दवाओं का जखीरा जब्त किया गया है। यह नकली दवाओं के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। इस गोरखधंधे में शामिल 68 लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिनसे नकली दवाओं के निर्माण, भंडारण और वितरण से जुड़े अन्य लोगों के बारे में पूछताछ की जा रही है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सफलता पर एफएसडीए विभाग की सराहना की है और कहा है कि नकली दवाओं का कारोबार समाज के लिए एक गंभीर खतरा है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य और जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि उनकी सरकार इस तरह के अवैध धंधों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी और दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई जारी रहेगी।

एफएसडीए विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह छापेमारी अभियान कई दिनों तक चला और इसमें खुफिया जानकारी तथा तकनीकी सर्विलांस का भी इस्तेमाल किया गया। जब्त की गई नकली दवाओं में जीवनरक्षक दवाएं और सामान्य बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाएं भी शामिल हैं। इन दवाओं की गुणवत्ता संदिग्ध है और इनके सेवन से मरीजों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा सकता था।

गिरफ्तार किए गए 68 लोगों में नकली दवा बनाने वाले, सप्लायर और बेचने वाले शामिल हैं। पुलिस और एफएसडीए की टीमें अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस रैकेट का नेटवर्क कितना बड़ा है और किन-किन राज्यों तक फैला हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार की इस बड़ी कार्रवाई से नकली दवा माफियाओं में हड़कंप मच गया है। यह कदम न केवल प्रदेश के नागरिकों के स्वास्थ्य की रक्षा करेगा, बल्कि नकली दवाओं के अवैध कारोबार पर भी एक कड़ा संदेश देगा। सरकार का यह स्पष्ट रुख है कि वह प्रदेश में किसी भी प्रकार के मिलावटी और नकली सामान के कारोबार को जड़ से उखाड़ फेंकेगी।