बड़ी बहन ने छोटी बहन पर लगाए पिता को बहकाने व प्रशासन को गुमराह करने का आरोप : पुलिस से मांगी सुरक्षा

पं. छन्नू लाल मिश्रा की बेटी ममता मिश्रा ने अपनी बहन नम्रता पर पिता को बहकाने और खुद को जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। ममता ने पुलिस से सुरक्षा और पिता से सुरक्षित मिलने की व्यवस्था की मांग की है, जबकि नम्रता पर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।

बड़ी बहन ने छोटी बहन पर लगाए पिता को बहकाने व प्रशासन को गुमराह करने का आरोप : पुलिस से मांगी सुरक्षा

वाराणसी, उत्तर प्रदेश: पद्म विभूषण पं. छन्नू लाल मिश्रा जी की तीसरी बेटी ममता मिश्रा ने अपनी छोटी बहन नम्रता मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ममता का कहना है कि नम्रता उनके पिता को बहका रही हैं और उन्हें (ममता को) उनसे मिलने नहीं दे रही हैं। ममता ने अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस प्रशासन से सुरक्षा और पिता से मिलने की सुरक्षित व्यवस्था की गुहार लगाई है।

पिता को धमकी व जान से मारने के आरोप का किया खंडन : ममता ने नम्रता से मांगे साक्ष्य!!!


बहन नम्रता पर लगे आपराधिक और भ्रामक आरोप

ममता मिश्रा के अनुसार, उनकी छोटी बहन नम्रता पिछले 2.5 सालों से कई अवैधानिक कार्य कर रही हैं। जिसके परिणामस्वरूप, न्यायालय ने नम्रता के खिलाफ धारा 420 (धोखाधड़ी), 323 (मारपीट), और 468 (जालसाजी) के तहत सम्मन जारी किया है। नम्रता ने इन मामलों को समाप्त कराने के लिए हाईकोर्ट का रुख किया, जहाँ से केस को मध्यस्थता केंद्र भेजा गया। हालांकि, मध्यस्थता विफल होने के बाद मामले की सुनवाई अभी भी विचाराधीन है।

इसी दौरान, नम्रता ने मिर्जापुर के सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय में अपने पिता के नाम से एक आरोप दाखिल किया। इस आरोप में ममता मिश्रा पर गंभीर इल्जाम लगाए गए हैं कि 2 मार्च, 2025 को जब ममता अपने पिता से मिलने मिर्जापुर गईं, तो उन्होंने लड़ाई-झगड़ा किया और पिता को जान से मारने की धमकी दी। इसके अलावा, कई अन्य आरोप भी लगाए गए हैं।


ममता मिश्रा का खंडन और पलटवार

ममता मिश्रा ने इन सभी आरोपों का खंडन किया है। उनका कहना है कि पिता जी से उनका कोई विवाद या झगड़ा नहीं है। उन्होंने बताया कि माननीय हाईकोर्ट के आदेश पर ही नम्रता ने उन्हें अपने पिता से मिलने के लिए बुलाया था। ममता 2 मार्च को गईं, जहाँ पिता जी उनसे मिलकर काफी भावुक हुए और लगभग आधे घंटे तक बातचीत हुई। ममता के अनुसार, वहाँ ऐसी कोई बात नहीं हुई थी जैसी नम्रता आरोप लगा रही हैं।

ममता का कहना है कि एक महीने बाद, न जाने किसके बहकावे में आकर नम्रता ने ये निराधार आरोप दाखिल किए हैं, जबकि जनवरी 2025 में उनके (ममता और उनके पति) खिलाफ किया गया नम्रता का झूठा मुकदमा पहले ही खारिज हो चुका है। ममता का आरोप है कि नम्रता उन्हें पिता जी से दोबारा मिलने और पिता जी को सच्चाई बताने से रोकना चाहती हैं। ममता ने नम्रता को चुनौती दी है कि अगर उनके आरोपों में सच्चाई है तो वे सबूत के साथ सच साबित करें।


पिता पर दबाव और सुरक्षा की गुहार

ममता मिश्रा ने यह भी आरोप लगाया कि नम्रता अपने पिता पं. छन्नू लाल मिश्रा जी पर इतना दबाव बनाए रखती हैं कि पिता जी वही बात कहते हैं जो नम्रता कहती हैं। ममता के अनुसार, उनके पिता अशक्त और सीधे हैं, और नम्रता के समझाने पर ही वे ममता के खिलाफ कई बार अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं, जबकि सच यह है कि पिता जी नम्रता की कोई भी चाल समझ नहीं पा रहे हैं।

ममता ने अपनी बहन से कहा है कि अगर उनके आरोपों में ज़रा सी भी सच्चाई है, तो पिता जी उनके बड़े भैया और घर के अन्य सभी सदस्यों के समक्ष बताएं कि उन्होंने किस दिन, कब और क्या धमकी दी थी। ममता का कहना है कि नम्रता अब बिना किसी साक्ष्य के उन पर कोई आरोप नहीं लगा सकतीं।

ममता मिश्रा ने खुद और अपने पति को नम्रता से असली खतरा बताया है। उन्होंने कहा, "मैं सामान्य घरेलू महिला हूं, नम्रता मेरी जान के पीछे हाथ धोकर पड़ी है, मेरी छवि को खराब करने का दुस्साहस कर रही है। मेरा भी हाथ जोड़कर निवेदन है कि, मेरे बारे में सोचा जाए।"

उन्होंने पुलिस प्रशासन से अपनी और अपने पति की सुरक्षा प्रदान करने और पिता जी से मिलने की सुरक्षित व्यवस्था कराने की गुहार लगाई है, ताकि वह अपने पिता जी से मिल सकें और उनका हालचाल लेने के साथ ही उनके दुख-दर्द में शामिल हो सकें।