वाराणसी: श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सख्ती, घाटों पर घूमने वाले दुकानदारों का होगा पुलिस वेरिफिकेशन
वाराणसी में गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस अब घुमंतू दुकानदारों का वेरिफिकेशन करेगी। एडीसीपी काशी जोन ने सभी थानों को निर्देश जारी किए हैं। पढ़ें पूरी खबर।

वाराणसी, 16 अप्रैल 2025:
गंगा नगरी वाराणसी में अब घाटों पर घूमकर सामान बेचने वाले दुकानदारों पर पुलिस की नजर सख्त हो गई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पुलिस प्रशासन ने इन घुमंतू दुकानदारों का वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया है।
एडीसीपी काशी जोन सरवणन टी ने सभी थाना प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि घाटों पर सक्रिय इन दुकानदारों की नाम-पता समेत पूरी जानकारी जुटाई जाए और उनका विधिवत सत्यापन कराया जाए। यह कदम हाल ही में घाट क्षेत्रों में बढ़ती छिनैती और उचक्कागिरी की घटनाओं के बाद उठाया गया है, जिनमें कई बार बाहरी महिलाओं की संलिप्तता सामने आई है।
संवेदनशील घाटों पर विशेष सतर्कता
दशाश्वमेध घाट, चौक और कोतवाली थाना क्षेत्र जैसे इलाकों में श्रद्धालुओं से धोखाधड़ी और चोरी की घटनाएं पहले भी पुलिस के रिकॉर्ड में आ चुकी हैं। ऐसे में पुलिस अब घाटों पर आने-जाने वालों पर खास निगाह रखेगी।
पुलिस प्रशासन की मंशा है कि घुमंतू दुकानदारों की पहचान और पृष्ठभूमि की जांच करके ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके। एडीसीपी ने कहा कि, "काशी देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। यहां उनकी सुरक्षा हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है।"
घाटों की निगरानी बढ़ाई जाएगी
पुलिस की ओर से घाट क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने और पैदल गश्त तेज करने के भी संकेत मिले हैं। इसके साथ ही स्थानीय पुलिस को यह निर्देश दिया गया है कि यदि कोई दुकानदार बिना वेरिफिकेशन के पाया जाए तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जाए।
श्रद्धालुओं से भी अपील
पुलिस ने आम जनता और श्रद्धालुओं से भी अपील की है कि वे घाटों पर सतर्क रहें और अनजान व्यक्तियों से अधिक संपर्क से बचें। यदि कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आती है तो तुरंत नजदीकी पुलिसकर्मी या हेल्पलाइन को सूचित करें।
यह कदम श्रद्धालुओं की सुरक्षा को और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिससे गंगा घाटों का आध्यात्मिक वातावरण और अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित बन सकेगा।