वाराणसी पुलिस का 'चक्रव्यूह': गो तस्करों का घेराव, सात गिरफ्तार, 51 गोवंश मुक्त
वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत रामनगर और लंका पुलिस ने अलग-अलग मुठभेड़ों और चेकिंग में 7 गो तस्करों को गिरफ्तार किया और 51 गोवंश बरामद किए।

वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने संगठित गो तस्करी के खिलाफ कमर कसते हुए 'ऑपरेशन चक्रव्यूह' के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस की मुस्तैदी और सटीक रणनीति के चलते रामनगर और लंका थाना पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर वाहन चेकिंग और मुठभेड़ के दौरान कुल सात गो तस्करों को गिरफ्तार किया है। इस साहसिक कार्रवाई में पुलिस ने तस्करों के कब्जे से 51 निरीह गोवंशों को भी मुक्त कराया है, जिन्हें संभवतः वध के लिए ले जाया जा रहा था।
वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के एडीसीपी टी सरवन ने एक प्रेस वार्ता में इस ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुखबिर से मिली विशेष सूचना के आधार पर दोनों थाना क्षेत्रों की पुलिस टीमें सतर्क थीं और वाहनों की गहन चेकिंग कर रही थीं। इसी दौरान, पुलिस द्वारा रुकने का इशारा करने पर संदिग्ध वाहनों ने गति तेज कर भागने का प्रयास किया। इसके बाद, दोनों थानों की पुलिस टीमों ने अलग-अलग वाहनों का पीछा किया। आगे रास्ता खराब होने के कारण तस्कर अपने नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं हो सके।
एडीसीपी ने बताया कि घेरा सख्त होता देख, दोनों ही स्थानों पर गो तस्करों ने पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गोली चलाई। इस दौरान, लंका पुलिस की कार्रवाई में दो गो तस्कर घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए वाराणसी के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। वहीं, रामनगर पुलिस की मुठभेड़ में एक गो तस्कर घायल हुआ, जिसका इलाज कराने के बाद उसे पुलिस हिरासत में रखा गया है।
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि लंका पुलिस द्वारा गिरफ्तार तस्करों का गिरोह उन्नाव से 24 गोवंशों को बिहार की ओर वध के लिए ले जा रहा था। जबकि रामनगर पुलिस द्वारा पकड़े गए तस्कर रामपुर से 27 गोवंशों को उसी खतरनाक इरादे से बिहार की ओर ले जा रहे थे।
जवाबी फायरिंग के बाद पुलिस ने दोनों वाहनों की तलाशी ली तो उनके शातिर तरीके का पर्दाफाश हुआ। रामनगर पुलिस द्वारा पकड़े गए ट्रक में ऊपर आलू की बोरियां लदी थीं, जबकि उनके नीचे बेरहमी से गोवंशों को ठूंस कर रखा गया था। इसी तरह, लंका पुलिस द्वारा पकड़े गए ट्रक में प्याज की बोरियों के नीचे गोवंश छिपाए गए थे। पुलिस ने तुरंत सभी गोवंशों को सुरक्षित उतरवाकर उनके चारा और पानी की व्यवस्था की और उन्हें वाराणसी के नजदीकी गौशालाओं में भेज दिया।
रामनगर पुलिस ने गिरफ्तार तस्करों के कब्जे से एक अवैध तमंचा और कारतूस के साथ एक ट्रेलर गाड़ी बरामद की है। वहीं, लंका पुलिस ने गिरफ्तार तस्करों के पास से दो तमंचे, दो जिंदा कारतूस और एक ट्रक जब्त किया है। पुलिस ने जब गिरफ्तार तस्करों का आपराधिक इतिहास खंगाला तो पता चला कि ये पहले भी ऐसे अपराधों में संलिप्त रहे हैं और इनके खिलाफ रामपुर जिले में कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अब इनके अन्य साथियों के बारे में भी गहन जांच कर रही है। गिरफ्तार सभी अभियुक्तों के खिलाफ गो वध निवारण अधिनियम, पशु क्रूरता अधिनियम और आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट का यह 'ऑपरेशन चक्रव्यूह' गो तस्करी जैसे जघन्य अपराधों के खिलाफ एक मजबूत संदेश है और यह दर्शाता है कि पुलिस अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शने के मूड में नहीं है।