वाराणसी: बरेका नागरिक सुरक्षा ने आपदा प्रबंधन के लिए तैयार किए 91 'शिक्षक रक्षक'
वाराणसी में बरेका नागरिक सुरक्षा संगठन ने आपदा प्रबंधन के लिए विशेष प्रशिक्षण आयोजित कर 91 शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किया। अब ये शिक्षक स्कूलों में छात्रों को आपदा से बचाव के गुर सिखाएंगे।

वाराणसी, शनिवार, 17 मई 2025। वाराणसी में किसी भी आपदा से निपटने के लिए अब हमारे स्कूलों के शिक्षक भी तैयार रहेंगे। बरेका नागरिक सुरक्षा संगठन ने एक सराहनीय पहल करते हुए 15 और 16 मई 2025 को दो दिवसीय विशेष प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया। इस सत्र में वाराणसी जिले के विभिन्न विद्यालयों से आए 91 शिक्षक और शिक्षिकाओं को आपदा प्रबंधन के लिए मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया।
इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों में आपदा के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। प्रशिक्षित शिक्षक अब अपने-अपने स्कूलों में छात्र-छात्राओं को आपदा से पहले और आपदा के दौरान क्या करना चाहिए, इसकी जानकारी देंगे। इससे छात्र किसी भी आपातकालीन स्थिति में घबराएंगे नहीं और सही समय पर सही प्रतिक्रिया दे पाएंगे।
यह पूरा प्रशिक्षण कार्यक्रम बरेका नागरिक सुरक्षा के नियंत्रक और उप महाप्रबंधक श्री अनुज कटियार के कुशल मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को नागरिक सुरक्षा के इतिहास के बारे में बताया गया। साथ ही, उन्हें सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) यानी कृत्रिम श्वसन और हृदय गति वापस लाने की प्रक्रिया, प्राथमिक उपचार के तरीके, मॉडल रूम का दौरा और अग्निशमन सेवाओं के बारे में व्यावहारिक और सैद्धांतिक ज्ञान दिया गया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने में नागरिक सुरक्षा संगठन के वरिष्ठ निरीक्षक श्री एस. एन. मिश्रा, श्री सुनील कुमार, श्री उमेश श्रीवास्तव और श्री विद्यासागर पाण्डेय जैसे वरिष्ठ सदस्यों ने अपना महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्रदान किया।
अब ये प्रशिक्षित 91 मास्टर ट्रेनर अपने-अपने विद्यालयों में जाकर छात्रों को आपदा से पहले की तैयारियों और आपदा के समय बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक करेंगे। इस प्रयास से विद्यालय स्तर से ही आपदा प्रबंधन की संस्कृति विकसित हो सकेगी, जो भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना के दौरान छात्रों और विद्यालय समुदाय के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी।
बरेका नागरिक सुरक्षा संगठन द्वारा किया गया यह प्रयास न केवल विद्यालयों की आपदा तैयारियों को मजबूत करेगा, बल्कि पूरे समाज में जन-जागरूकता के एक बड़े अभियान में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
राजेश कुमार जन संपर्क अधिकारी, बरेका