ये कैसी मजबूरी: आज़मगढ़ के एक गाँव में 40 परिवार पलायन की तैयारी में, घरों पर लगाए मकान बिकाऊ है' के पोस्टर

आज़मगढ़ के मुबारकपुर थाना क्षेत्र स्थित बम्हौर गाँव के छोटा पूरा में 40 परिवार अपने घरों पर 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर लगाकर पलायन की तैयारी कर रहे हैं। उनका आरोप है कि उन्हें लगातार मारपीट, गाली-गलौज और धार्मिक-सामाजिक कार्यक्रमों में प्रताड़ित किया जा रहा है, जिसकी वजह से वे गाँव छोड़ने को मजबूर हैं।

ये कैसी मजबूरी: आज़मगढ़ के एक गाँव में 40 परिवार पलायन की तैयारी में, घरों पर लगाए  मकान बिकाऊ है' के पोस्टर

Azamgarh Crime News : आज़मगढ़ ज़िले के मुबारकपुर थाना क्षेत्र स्थित बम्हौर गाँव के छोटा पूरा से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहाँ रहने वाले एक वर्ग के लगभग 40 परिवारों ने अपने घरों पर 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर लगा दिए हैं, और वे गाँव छोड़ने की तैयारी में हैं। इन परिवारों का आरोप है कि उन्हें लगातार उत्पीड़न और प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है, जिससे वे अपने पैतृक स्थान से पलायन करने को मजबूर हो गए हैं।


क्यों पलायन की तैयारी में हैं ये परिवार?

ग्रामीणों के अनुसार, यह समस्या हाल ही में 3 जून को एक बारात के दौरान हुए विवाद के बाद और गंभीर हो गई है। जानकारी के मुताबिक, बारात में एक वर्ग के कुछ युवकों ने महिलाओं और लड़कियों के डांस का वीडियो बनाया और उनके साथ छेड़खानी की कोशिश की। जब इसका विरोध किया गया, तो दोनों पक्षों के बीच मारपीट हो गई, जिसमें आठ लोग घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर छह लोगों को गिरफ्तार भी किया, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि इसके बावजूद उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।

गाँव के बहादुर कन्नौजिया ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "हमें पूजा-पाठ, शादी-ब्याह जैसे किसी भी मौके पर परेशान किया जाता है। न बाजा बजाने दिया जाता है, न डीजे। हमारी लड़कियों के डांस का वीडियो बनाया जाता है और छेड़खानी की जाती है।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ज़िला प्रशासन उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रहा है, और अब उनके पास अपने घर बेचकर कहीं और जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है।

गाँव के एक और निवासी किशन ने भी पुलिस और ज़िला प्रशासन पर गंभीरता से कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 3 जून की घटना के बाद गिरफ्तारियाँ होने के बावजूद गाँव में तनाव बरक़रार है, और उन्हें लगातार धमकियाँ मिल रही हैं, जिससे वे डरे हुए हैं।


पुलिस का क्या कहना है?

मुबारकपुर थाना प्रभारी निहान नंदन ने इस मामले पर बताया कि 3 जून की घटना के बाद दोनों पक्षों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था और कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। उन्होंने कहा कि गाँव में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस लगातार गश्त कर रही है। थाना प्रभारी का यह भी कहना है कि कुछ लोग इस मामले को अनावश्यक रूप से तूल देने का प्रयास कर रहे हैं, जो गलत है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले में अभी और लोगों की गिरफ्तारी की जाएगी।

यह घटना आज़मगढ़ जैसे ज़िले में सामाजिक सौहार्द और क़ानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है। देखना होगा कि प्रशासन इन परिवारों को न्याय दिला पाता है और उन्हें पलायन करने से रोक पाता है या नहीं।