भारत में iPhone प्रोडक्शन में उछाल, मई में ₹15,000 करोड़ का उत्पादन; Tata Electronics और Foxconn का दबदबा
मई 2025 में भारत में iPhone का उत्पादन ₹15,000 करोड़ के पार पहुंच गया है, जो 2024 के मासिक औसत से कहीं ज़्यादा है। Apple के प्रमुख सप्लायर Tata Electronics (35%) और Foxconn (65%) घरेलू बिक्री और निर्यात दोनों के लिए बड़े पैमाने पर iPhones बना रहे हैं।

भारत में Apple iPhone का प्रोडक्शन भले ही कुछ धीमा हुआ हो, लेकिन यह स्थिर गति से जारी है। दो मार्केट रिसर्च फर्मों और इंडस्ट्री डेटा के आंकड़ों के अनुसार, मई 2025 में Apple इंडिया के विक्रेताओं ने ₹15,000 करोड़ से अधिक मूल्य के आईफोन का उत्पादन किया है। यह आंकड़ा पिछले दो महीनों की तीव्र गति से थोड़ा कम है, लेकिन 2024 में ₹10,000 से ₹11,000 करोड़ के औसत से अब भी काफी आगे है।
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स को अब शेष वर्ष के लिए औसतन ₹15,000 करोड़ मासिक दर की उम्मीद है। मई 2025 तक, Apple विक्रेताओं ने इस वर्ष घरेलू बिक्री और निर्यात दोनों के लिए पहले ही ₹84,000 करोड़ मूल्य के iPhone बना लिए हैं। ET द्वारा समीक्षा किए गए उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, यह 2024 के संपूर्ण घरेलू खपत के बराबर है, जो भारत में iPhone उत्पादन के बढ़ते महत्व को दर्शाता है।
मार्च में रिकॉर्ड स्तर पर था आईफोन का प्रोडक्शन
मार्च 2025 में भारत में आईफोन का प्रोडक्शन ₹19,630 करोड़ के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। प्रोडक्शन में यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से रेसिप्रोकल टैरिफ (reciprocal tariffs) के लागू होने से पहले कंपनी द्वारा अमेरिका को आईफोन भेजने की रणनीति के कारण हुई थी। मार्च में खबरें आई थीं कि Apple ने 5 फ्लाइट्स भरकर आईफोन को अमेरिका भेजा था।
फॉक्सकॉन और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स का प्रभुत्व
भारत में Apple के दोनों प्रमुख सप्लायर, Foxconn (फॉक्सकॉन) और Tata Electronics (टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स), लगातार अपना प्रोडक्शन बढ़ा रहे हैं। दो मार्केट ट्रैकर्स द्वारा किए गए विश्लेषण से पता चला है कि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स भारत में 35% आईफोन का प्रोडक्शन करती है, जबकि फॉक्सकॉन के पास शेष 65% हिस्सेदारी है।
ET द्वारा देखे गए विश्लेषक डेटा के अनुसार, पिछले साल टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और फॉक्सकॉन का आईफोन प्रोडक्शन से कुल रेवेन्यू ₹1.38 लाख करोड़ का था। इसमें से फॉक्सकॉन का हिस्सा लगभग ₹90,000 करोड़ था, जबकि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स का हिस्सा शेष ₹48,000 करोड़ का था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार की PLI (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव) स्कीम के तहत, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स को वित्त वर्ष 2023 से वित्त वर्ष 2025 के लिए ₹2,068 करोड़ और फॉक्सकॉन को ₹2,807 करोड़ मिले हैं, जो भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।