कानपुर देहात: शख्स ने पत्नी को दिलाई दो सरकारी नौकरी, खुद भी बना प्रोफेसर, गिरफ्तार

कानपुर देहात में एक चौंकाने वाले मामले में, एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को दो सरकारी नौकरियां दिलवाईं और खुद भी एक कॉलेज में प्रोफेसर बन गया, सब फर्जी तरीके से। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

कानपुर देहात: शख्स ने पत्नी को दिलाई दो सरकारी नौकरी, खुद भी बना प्रोफेसर, गिरफ्तार
AI जनरेटेड इमेज.

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले में एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है। यहां एक व्यक्ति ने अपने रसूख का इस्तेमाल कर न केवल अपनी पत्नी को एक साथ दो सरकारी नौकरियां दिला दीं, बल्कि एक कॉलेज में खुद की भी फर्जी तरीके से नियुक्ति करा ली। मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।


आरोपी का परिचय और आरोप

आरोपी की पहचान भास्कर अवस्थी के रूप में हुई है, जो जालौन के उरई का रहने वाला है और खुद को विश्व हिंदू परिषद (VHP) का पूर्व जिलाध्यक्ष बताता है। भास्कर पर आरोप है कि उसने पहले अपनी पत्नी साधना अवस्थी को जालौन जिले के एक प्राइमरी स्कूल में शिक्षिका की नौकरी दिलवाई, और फिर कानपुर देहात के सरला द्विवेदी महिला कॉलेज में प्रिंसिपल के पद पर नियुक्ति करवा दी। यही नहीं, आरोपी ने खुद की भी नियुक्ति सरला द्विवेदी महिला कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर दिखा रखी थी।


फर्जीवाड़े की शिकायत पर हुई जांच

हालांकि, कॉलेज प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि भास्कर अवस्थी कभी उनके यहां कार्यरत नहीं रहा है। उसकी पत्नी ने एक बार जरूर इंटरव्यू दिया था, लेकिन कभी सेवाएं नहीं दीं। वहीं, आरोपी ने खुद को राजनीतिक रंजिश के तहत फंसाने की बात कही है।

दरअसल, यह पूरा फर्जीवाड़ा पिछले साल 7 सितंबर को जालौन के रहने वाले एक व्यक्ति ने एसटीएफ के एडीजी को पत्र के जरिए उजागर किया था। इसी शिकायत के आधार पर पिछले साल 15 नवंबर को मामला दर्ज किया गया था।


आरोपी गिरफ्तार, 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में

पुलिस ने आरोपी भास्कर अवस्थी को सोमवार को उरई से पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

पुलिस ने बताया कि भास्कर के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले हैं, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। फिलहाल, इस पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है। आरोपी की पत्नी की दूसरी नौकरी के मामले में भी आगे कार्रवाई की जा सकती है। यह मामला सरकारी नौकरी में फर्जीवाड़े और रसूख के दुरुपयोग का एक बड़ा उदाहरण बनकर सामने आया है।