Agra News : खटीकपाड़ा जल त्रासदी 32 साल बाद भी न्याय की आस में पीड़ित परिवार
आगरा के खटीकपाड़ा जल त्रासदी के 32 साल बाद भी पीड़ितों को न्याय का इंतजार, जहरीले पानी से हुई थी 21 लोगों की मौत।

Agra News : खटीकपाड़ा जल त्रासदी, जिसने 21 मई 1993 को 21 लोगों की जान ले ली थी, के पीड़ित परिवार आज भी न्याय की आस में हैं। इस दर्दनाक घटना के 32 साल बीत जाने के बाद भी, पीड़ितों को न तो उचित मुआवजा मिला है और न ही दोषियों के खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई की गई है।
उस मनहूस दिन, जलसंस्थान की आपूर्ति से आए जहरीले पानी ने खटीकपाड़ा के कई घरों में मातम बिछा दिया था। उस समय, राज्यपाल से लेकर केंद्र सरकार तक ने मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता और कई वादे किए थे। हालांकि, समय बीतने के साथ, एक पूरी पीढ़ी जवान हो गई है, लेकिन पीड़ितों की स्थिति में कोई खास बदलाव नहीं आया है। आज भी कई परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, और उन माताओं के लिए जीवन यापन करना कठिन है जिन्होंने जवानी में अपने पति खो दिए।
उत्तर प्रदेश खटीक समाज के प्रदेश अध्यक्ष तजेंद्र राजाैरा ने इस संबंध में कहा कि जल संस्थान द्वारा जहरीले पानी की आपूर्ति के कारण 21 लोगों की जान चली गई थी। सरकार ने उस समय पीड़ितों को सांत्वना दी थी, लेकिन अब तक न तो आश्रितों को नौकरी मिली है और न ही दोषियों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई हुई है। इसके अलावा, शुद्ध पेयजल की आस भी अधूरी है।
हाल ही में, समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन जिलाधिकारी कार्यालय में सौंपा। इस ज्ञापन में पीड़ितों के लिए नौकरी, शुद्ध पेयजल व्यवस्था, डिस्पेंसरी और बस्ती में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश जारी करने की मांग की गई है। पीड़ितों को अब भी न्याय और बेहतर जीवन की उम्मीद है, और वे सरकार से इस दिशा में ठोस कदम उठाने का आग्रह कर रहे हैं।