UP News : आगरा में यमुना का दर्दनाक हादसा, जिस आंगन में आनी थी बारात, वहां पहुंची 6 बेटियों की लाशें!
उत्तर प्रदेश के आगरा में यमुना नदी में नहाते समय एक ही परिवार की 6 लड़कियों की डूबने से मौत हो गई। इनमें से एक लड़की की जल्द ही शादी होनी थी, जिससे घर में मातम पसर गया है। मुख्यमंत्री ने 4-4 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है।

Agra News : उत्तर प्रदेश के आगरा में मंगलवार को एक बेहद दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। यमुना नदी में नहाते समय एक ही परिवार की छह लड़कियों की डूबकर मौत हो गई। इस हादसे में चार लड़कियों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि दो की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। एक ही परिवार में छह बेटियों की मौत से पूरे क्षेत्र में मातम पसर गया है, और मरने वाली लड़कियों में तीन सगी बहनें भी शामिल हैं।
यह घटना इसलिए भी अधिक हृदय विदारक है क्योंकि मृतकों में शामिल एक लड़की की इसी साल शादी होनी थी। जानकारी मिली है कि उपचार के दौरान जिस लड़की ने दम तोड़ा, मुस्कान (18), उसका रिश्ता हाल ही में सिकंदरा के गांव महल में तय हुआ था। देवोत्थान पर, यानी 1 नवंबर को उसकी शादी होनी थी, और घर में इसकी तैयारियां ज़ोरों पर चल रही थीं। ऐसे में, जिस घर में बारात आनी थी, उस घर के आंगन में छह बेटियों के शव आए। शादी का माहौल पल भर में मातम में बदल गया, और परिवार में चीख-पुकार मची हुई है।
बेटी के हाथ पीले करने का सपना रह गया अधूरा
मुस्कान के हाथ पीले करने का सपना उसके माता-पिता का अधूरा रह गया। दादा विजय सिंह ने बताया कि रात को मजदूरी कर घर आने के बाद पांचों बेटियां पिता के साथ ऑनलाइन साइट से अपनी पसंद के कपड़े दिखाती थीं। परिवार के अन्य लोग भी शादी की तैयारी में लगे थे। मंगलवार को हुई इस अप्रत्याशित घटना से मुस्कान की मौत हो गई।
मृतक लड़कियों की मां कांता सुबह सत्संग सुनने गई थीं, और पिता सुरेश मजदूरी पर गए थे। बेटियों की मौत की खबर सुनते ही वे नंगे पैर ही घर की तरफ दौड़ पड़े। पति-पत्नी दोनों के मुंह से एक ही बात निकल रही थी कि "बेटी के हाथ पीले करने का सपना अधूरा रह गया। कब से सपने संजो रखे थे। सब एक पल में खत्म हो गए।"
यमुना में सेल्फी, रील बनाने का वीडियो वायरल
इस दर्दनाक हादसे से एक दिन पहले, सोमवार को मुस्कान ने अपनी मौसेरी बहन और मौसी के साथ यमुना नदी में रील बनाई थी और सेल्फी ली थी। यमुना नदी में रील बनाते हुए उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ है। चचेरे भाई दीपेश ने बताया कि बहनें अक्सर नदी में वीडियो बनाने जाती थीं। यमुनापार से मौसी और मौसेरी बहन के आने के बाद सोमवार को भी वे यमुना में नहाने पहुंची थीं और तब कई रील बनाई थीं। परिजन यह नहीं बता सके कि मंगलवार को हादसे से पहले भी रील बनाई गई थीं या नहीं, क्योंकि बेटियां अपने साथ मोबाइल लेकर गई थीं।
लखनऊ से घनघनाए फोन, दौड़े अफसर
यमुना नदी में छह किशोरियों के डूबने की घटना की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री सचिवालय से तुरंत फोन घनघनाने लगे। लखनऊ से घटना की जानकारी ली गई। कई थानों के फोर्स के साथ अफसर और तहसील का स्टाफ भी घटनास्थल पर पहुंच गए।
पोस्टमार्टम के लिए परिजन को मनाया गया
दर्द से बेहाल परिजन शुरुआत में पोस्टमार्टम कराने के लिए तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि वे अब कोई कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते। नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल ने किशोरियों के दादा और अन्य परिजन को समझाया कि अगर पोस्टमार्टम नहीं होगा तो मुआवजे में भी दिक्कत आएगी। उन्होंने काफी देर तक परिजन को समझाते हुए कहा कि "अन्य बच्चों की अच्छी परवरिश के बारे में सोचो। उन्हें भी आपको ही देखना है।" इसके बाद ही परिजन पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए।
यमुना में डूबीं तीन सगी बहनों सहित छह किशोरियां
आगरा के थाना सिकंदरा क्षेत्र में मंगलवार की सुबह यमुना किनारे बसे गांव नगला नाथू की रहने वालीं तीन सगी बहनें - मुस्कान (18), दिव्या (15), संध्या उर्फ कंचन (12) - अपनी हमउम्र मौसी शिवानी (17), मौसेरी बहन सोनम (12) और चचेरी बहन नैना (14) पुत्री दिनेश तथा चचेरे भाई दीपेश (14) पुत्र राजकपूर के साथ यमुना में नहाने गई थीं। इस दौरान गहरे पानी में सभी छह किशोरियां डूब गईं।
चचेरे भाई दीपेश ने शोर मचाया तो खेतों में काम कर रहे ग्रामीण मौके पर पहुंचे। आधा घंटे की मशक्कत के बाद सभी को बाहर निकाला गया। पुलिस की एक जीप से चार किशोरियों (मुस्कान, दिव्या, संध्या और नैना) को एसएन इमरजेंसी ले जाया गया, जहाँ चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इधर घटनास्थल पर ही शिवानी और सोनम के पेट से पानी निकालने के बाद उनकी सांसें चल रही थीं। उन्हें ले जाने के लिए एंबुलेंस बुलाई गई, लेकिन रास्ता ऊबड़खाबड़ होने के कारण एंबुलेंस घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी। ऐसे में पुलिस की दूसरी जीप से दोनों किशोरियों को निजी अस्पताल ले जाया गया। यहां 2 घंटे तक चिकित्सकों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन दोपहर 2 बजे चिकित्सकों ने उनको भी मृत घोषित कर दिया।
छह किशोरियों की मौत से पूरे गांव में हाहाकार मच गया। डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी, नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल, अपर पुलिस आयुक्त रामबदन सिंह, एडीसीपी आदित्य, एसीपी विनायक भोंसले सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हृदय विदारक घटना पर दुख प्रकट किया है और मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।