अमेठी में बरात के दौरान जर्जर छज्जा गिरा, एक मासूम की मौत, 35 घायल
अमेठी के मुंशीगंज में बरात देखने के दौरान जर्जर छज्जा गिरने से एक मासूम की मौत हो गई और 35 से ज्यादा लोग घायल हो गए। हादसे के बाद पूरे इलाके में मातम छा गया।

अमेठी: बरात देखने के दौरान जर्जर छज्जा गिरा, एक मासूम की मौत, 35 से ज्यादा महिलाएं व पुरुष घायल
अमेठी के मुंशीगंज इलाके में मंगलवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें एक मासूम की मौत हो गई और 35 से ज्यादा लोग घायल हो गए। घटना सीतारामपुर गांव में हुई, जहां एक शादी के दौरान बरात देखने के लिए एक घर की छत और छज्जे पर महिलाएं और बच्चे इकट्ठा हो गए थे। अचानक जर्जर छज्जा और रेलिंग टूटकर गिर पड़ी, जिससे यह दुखद हादसा हुआ।
घटना का विवरण
सीतारामपुर के मजरे बाहापुर निवासी पूजा श्रीवास्तव की शादी अयोध्या जिले के मिल्कीपुर निवासी संजय श्रीवास्तव से हो रही थी। मंगलवार रात करीब 11:30 बजे द्वारपूजा की तैयारी चल रही थी, और इसके साथ ही पास के घर की छत पर भीड़ जमा हो गई। इस दौरान जर्जर छज्जा और रेलिंग टूटकर गिर पड़े, जिससे आसपास खड़े लोग नीचे दब गए। हादसे में चार साल की अनुष्का की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए।
घायलों की स्थिति
हादसे में 35 से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें अधिकांश महिलाएं और किशोरियां थीं। घायल हुए लोगों में सीतारामपुर गांव की प्रिया (16), मधु (17), खुशबू (19), अंजू (19), लक्ष्मी (19), सुशीला (60) और कई अन्य लोग शामिल हैं। घायलों को आनन-फानन में मुंशीगंज संजय गांधी अस्पताल, जिला अस्पताल गौरीगंज और रायबरेली जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने अनुष्का को मृत घोषित कर दिया, जबकि अन्य घायलों का इलाज जारी है।
हादसे के बाद का माहौल
इस हादसे के बाद शादी की खुशी पल भर में मातम में बदल गई। मंगलगीत और शहनाई की जगह चीख-पुकार मच गई। पंडाल से लोग घटनास्थल की ओर दौड़े और घायलों को उठाकर अस्पताल पहुंचाने में जुट गए। हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर फैला दी। पुलिस अधिकारियों ने भी घटना की जानकारी ली और फोर्स को मौके पर भेजा। हालांकि, परिजनों ने अनुष्का का पोस्टमॉर्टम करवाने से इंकार कर दिया और शव लेकर अपने घर रवाना हो गए।
परिजनों का दुख
अनुष्का की मौत के बाद उसकी मां किरन का रो-रोकर बुरा हाल है। भाई अरुण और बहन अंशिका भी अपनी बहन की मौत से अनजान मां को देखकर बिलख रहे थे। पिता अनिल श्रीवास्तव गमगीन हैं, और परिजन व रिश्तेदार परिवार को ढांढस बंधाने में जुटे हैं।
पुलिस की प्रतिक्रिया
इंस्पेक्टर गौरीगंज श्याम नारायण पांडेय ने बताया कि घटना के बाद फोर्स मौके पर गई थी। परिजनों ने अभी तक कोई तहरीर नहीं दी है, और गांव में शांति व्यवस्था कायम है। इंस्पेक्टर मुंशीगंज शिवाकांत त्रिपाठी ने भी बताया कि इस मामले की जानकारी प्राप्त हो चुकी है और पुलिस ने घटना का संज्ञान लिया है।
निष्कर्ष
यह हादसा एक बार फिर यह बताता है कि पुराने और जर्जर इमारतों की देखरेख और मरम्मत कितनी जरूरी है, खासकर सार्वजनिक स्थलों पर जहां भीड़ होती है। अगर उचित ध्यान और मरम्मत समय पर की जाती, तो इस दुखद घटना से बचा जा सकता था। अमेठी में हुए इस हादसे ने न सिर्फ उस परिवार को तोड़ दिया, बल्कि पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया।