डोली के तुरंत बाद उठी अर्थी: ससुराल पहुंचने से पहले दुल्हन की मौत, दूल्हा जिंदगी की जंग लड़ रहा

बिहार के भोजपुर में शादी के बाद लौट रही दुल्हन की सड़क हादसे में मौत हो गई। दूल्हा और 5 अन्य घायल हैं। दुल्हन ससुराल पहुंचने से पहले ही चल बसी, जिससे खुशियां मातम में बदल गईं।

डोली के तुरंत बाद उठी अर्थी: ससुराल पहुंचने से पहले दुल्हन की मौत, दूल्हा जिंदगी की जंग लड़ रहा

बिहार के भोजपुर जिले में एक हृदयविदारक घटना ने शादी की खुशियों को पल भर में मातम में बदल दिया। सिकरहटा थाना क्षेत्र के रंजमलडीह गांव निवासी ओम प्रकाश सिंह के पुत्र मोनू कुमार का विवाह हसन बाजार थाना क्षेत्र के इनरपतपुर गांव निवासी स्वर्गीय दूधनाथ सिंह की पुत्री ललिता देवी के साथ 28 मई को धूमधाम से संपन्न हुआ था। नवविवाहित जोड़ा और उनके परिजन खुशी-खुशी बारात लेकर वापस अपने गांव लौट रहे थे, लेकिन रास्ते में एक भीषण सड़क हादसे ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया।

यह दर्दनाक हादसा तब हुआ जब दूल्हा-दुल्हन की गाड़ी सिकरौल पेट्रोल पंप के पास पहुंची। उसी दौरान, विपरीत दिशा से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक से उनकी कार की जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भयानक थी कि कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार दूल्हा-दुल्हन समेत सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और घायलों को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन विधि को कुछ और ही मंजूर था। इलाज के दौरान नवविवाहित दुल्हन ललिता देवी ने दम तोड़ दिया। उसकी मौत की खबर सुनते ही दोनों परिवारों में कोहराम मच गया। जिस घर में कुछ घंटे पहले डोली सजी थी, वहां अब मातम पसर गया।

दुल्हन की मौत के बाद एक और मार्मिक दृश्य सामने आया। जिस ससुर के घर उसकी बहू डोली में बैठकर आने वाली थी, उसी ससुर ने नम आंखों से अपनी नवविवाहित बहू की अर्थी को मुखाग्नि दी और उसका अंतिम संस्कार किया। यह दृश्य इतना करुण था कि जिसने भी सुना, उसकी आंखें नम हो गईं।

इस हादसे में दूल्हा मोनू कुमार भी गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। कार में सवार अन्य पांच लोग भी घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है। इस दुखद घटना ने दोनों परिवारों को गहरा सदमा पहुंचाया है। जहां एक तरफ ललिता का परिवार अपनी बेटी को खोने के गम में डूबा है, वहीं मोनू का परिवार अपनी नई-नवेली दुल्हन को खोने के साथ-साथ अपने बेटे की जान बचाने की दुआएं कर रहा है।

यह घटना भोजपुर जिले में शोक की लहर पैदा कर गई है। हर कोई इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे और एक नवविवाहित जोड़े के साथ हुए इस अन्याय पर दुख व्यक्त कर रहा है। यह घटना सड़क सुरक्षा के महत्व और यातायात नियमों के पालन की आवश्यकता को एक बार फिर से रेखांकित करती है। तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण अक्सर ऐसी दर्दनाक घटनाएं घटित होती हैं, जो कई परिवारों को आजीवन का दुख दे जाती हैं।

ललिता अपने परिवार में तीसरे नंबर की बेटी थी। उसकी मौत ने उसके माता-पिता और भाई-बहनों को गहरा आघात पहुंचाया है। वहीं, मोनू के परिवार वाले भी इस अप्रत्याशित त्रासदी से बुरी तरह टूट गए हैं। शादी की खुशियां पल भर में मातम में बदल गईं और दोनों परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

यह घटना हमें जीवन की अनिश्चितता और क्षणभंगुरता का एहसास कराती है। एक पल पहले जहां खुशियों का माहौल था, वहीं अगले ही पल सब कुछ बदल गया। इस दुखद घड़ी में सभी की संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं और हर कोई घायल दूल्हे के जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहा है। यह हादसा एक ऐसा घाव दे गया है जो शायद ही कभी भर पाएगा।