हमीरपुर: लोहे की रॉड से करता था बेरहमी से हत्या, खून देखकर मिलती थी खुशी... मुठभेड़ में साइको किलर गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में पुलिस ने एक खूंखार साइको किलर को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। आरोपी लोहे की रॉड से वारकर लोगों की हत्या करता था और खून देखकर खुशी महसूस करता था। उसने हाल ही में जालौन और हमीरपुर में कई वारदातों को अंजाम दिया था।

हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले की पुलिस ने गुरुवार को एक सनसनीखेज मुठभेड़ में एक ऐसे साइको किलर को धर दबोचा, जिसकी क्रूरता सुनकर पुलिस भी सन्न रह गई। 30 वर्षीय आरोपी रामबाबू विश्वकर्मा लोगों की बेरहमी से लोहे की रॉड से हत्या करता था और पीड़ितों का खून देखकर उसे असीम खुशी मिलती थी। उसने हाल ही में पड़ोसी जिले जालौन में दो लोगों की हत्या करने के बाद हमीरपुर में भी एक दंपत्ति पर जानलेवा हमला किया था, जिसमें पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई थी।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कई टीमें रामबाबू की तलाश में जुटी थीं। गुरुवार को पुलिस को सूचना मिली कि वह अपने चाचा के ट्यूबवेल में छिपा हुआ है। पुलिस टीमों ने घेराबंदी की, तो रामबाबू ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके दोनों पैरों में लगी, जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने उसके पास से एक तमंचा, कई कारतूस और हत्या के दौरान पहने गए खून से सने कपड़े भी बरामद किए हैं।
पुलिस के अनुसार, रामबाबू एक आदतन अपराधी है और पहले भी कई हत्या के मामलों में जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद वह फिर से हत्याएं करने लगता था। पूछताछ में उसने जालौन में भी दो हत्याएं कबूल की हैं, जिन्हें उसने लोहे की रॉड से वारकर अंजाम दिया था। पुलिस के मुताबिक, उसका हत्या करने का एक ही तरीका था - वह पीड़ितों के सिर पर तब तक वार करता रहता था, जब तक उनकी मौत न हो जाए और फिर वह खून देखकर खुशी महसूस करता था।
आरोपी ने हमीरपुर में जिस दंपत्ति पर हमला किया था, उस घर में वह चोरी की नीयत से घुसा था। दंपत्ति के जाग जाने पर उसने उन पर हमला कर दिया। पुलिस के अनुसार, रामबाबू 2017 के एक हत्या के मामले में कोर्ट में सजा का इंतजार कर रहा था और भागने की फिराक में था, जिसके लिए उसे पैसों की जरूरत थी।
सीओ राठ राजीव प्रताप सिंह ने बताया कि रामबाबू अविवाहित है और वह पहले अपने पिता चरन सिंह की हत्या का भी प्रयास कर चुका है, लेकिन उनकी जान बच गई थी। वह वारदात को अंजाम देने से पहले इलाके की रेकी करता था और मौका मिलते ही हमला कर देता था। जालौन में वह अपनी बहन के यहां रहता था और गोलगप्पे का ठेला लगाता था। वह 2024 में हत्या के एक मामले में जमानत पर जेल से छूटा था और अब उसने हमीरपुर में इस जघन्य वारदात को अंजाम दे दिया। पुलिस अब उससे गहन पूछताछ कर रही है ताकि उसके द्वारा किए गए अन्य अपराधों का भी पता लगाया जा सके।