Varanasi : सिगरा पुलिस का ऑनलाइन जुआ पर शिकंजा, 4 गिरफ्तार, सरगना फरार
वाराणसी के सिगरा थाना पुलिस ने लल्लापुरा में ऑनलाइन जुआ खेलते 4 लोगों को गिरफ्तार किया, लेकिन मुख्य संचालक अभी भी गिरफ्त से बाहर है। मामूली धाराओं में कार्रवाई और जमानत से जुआ के कारोबार पर लगाम कसना मुश्किल।

वाराणसी के सिगरा थाना क्षेत्र के लल्लापुरा इलाके में ऑनलाइन जुआ के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से तीन एंड्रॉइड फोन और 5720 रुपये नकद बरामद किए हैं। हालांकि, इस ऑनलाइन जुआ रैकेट का मुख्य संचालक अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है।
पुलिस उपायुक्त काशी जोन गौरव वंशवाल और अपर पुलिस उपायुक्त नीतू के निर्देशन में, एसीपी चेतगंज के नेतृत्व में सिगरा पुलिस की टीम ने यह कार्रवाई की। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पहचान साहिल, हासिम उर्फ पप्पू, जुल्फेकार और मोहम्मद हशनैन अंसारी के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, ये लोग 'भाग्यलक्ष्मी' नामक एक ऑनलाइन ऐप के माध्यम से जुआ खेल रहे थे, जिसमें वे 1 से 9 तक के नंबरों पर दांव लगाते थे।
प्रभारी निरीक्षक सिगरा संजय कुमार मिश्रा ने मीडिया को बताया कि पूछताछ में अभियुक्तों ने अपनी गलती स्वीकार की है। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ सार्वजनिक जुआ अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया, हालांकि बाद में सभी को मुचलके पर रिहा कर दिया गया।
इस मामूली कार्रवाई और तुरंत जमानत मिल जाने से स्थानीय लोगों और जानकारों के बीच निराशा है। सिगरा क्षेत्र के सूत्रों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से जुआ खिलाने वालों और खेलने वालों में कोई डर नहीं है। पर्दे के पीछे से जुआ का कारोबार चलाने वाले बेखौफ होकर कहते हैं कि 'सिस्टम अपना है, कोई बड़ी दिक्कत नहीं है'।
जिले में हजारों लोग ऑनलाइन जुए की लत का शिकार हो चुके हैं, जिसमें गरीब, मजदूर, ड्राइवर, रिक्शा चालक और बुनकर जैसे कमजोर तबके के लोग शामिल हैं। हारने के बाद अक्सर घरों में झगड़े होते हैं, लेकिन मारपीट के मामलों में भी कोई सख्त कानूनी कार्रवाई नहीं होती।
स्थानीय लोगों का मानना है कि यदि पुलिस के उच्च अधिकारी (सीपी और डीसीपी) द्वारा जुआ के खिलाफ शुरू की गई कार्रवाई को जिले के सभी पुलिस इंस्पेक्टर सख्ती से लागू करें, तभी इस अवैध कारोबार पर लगाम लग सकती है। सूत्रों के अनुसार, कैंट थाना क्षेत्र, रोडवेज और रोहनिया जैसे इलाकों में अभी भी ऑनलाइन जुआ पूरी तरह से बंद नहीं हुआ है।
इस मामले में पुलिस ने भले ही कुछ लोगों को गिरफ्तार किया हो, लेकिन मुख्य संचालक के फरार रहने और मामूली धाराओं में कार्रवाई होने से ऑनलाइन जुआ के कारोबार पर प्रभावी अंकुश लग पाना मुश्किल दिख रहा है।