Up News : बारात में भीषण हादसा, दूल्हे के दो चचेरे भाइयों समेत छह की दर्दनाक मौत

हरदोई में बरातियों से भरी एक अनियंत्रित कार खाई में पलट गई, जिससे दूल्हे के दो चचेरे भाइयों, बहनोई और दो अन्य समेत छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में छह बराती गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं।

Up News : बारात में भीषण हादसा, दूल्हे के दो चचेरे भाइयों समेत छह की दर्दनाक मौत

Hardoi Road Accident : उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में रविवार को एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें बरातियों से भरी एक कार अनियंत्रित होकर पलट गई। इस दर्दनाक हादसे में दूल्हे के दो चचेरे भाइयों, उनके बहनोई और दो अन्य समेत कुल छह लोगों की मौत हो गई, जबकि छह बराती गंभीर रूप से घायल हो गए। यह बारात पाली थाना क्षेत्र के पटियानींव गांव से मझिला थाना क्षेत्र के कुसुमा गांव गई थी।

यह दुखद घटना आंझी आलमनगर मार्ग पर शुक्रवार आधी रात के बाद हुई। भूपापुरवा मोड़ के पास एक तेज रफ्तार अर्टिगा कार सड़क किनारे गहरी खाई में पलट गई। कार में क्षमता से अधिक, कुल 12 लोग सवार थे, जबकि कार की बैठने की क्षमता मात्र सात लोगों की थी।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, द्वारचार और जयमाल की रस्मों के बाद बाराती रात करीब दो बजे वापस पाली लौट रहे थे। कार को पाली के भगवंतपुर निवासी रामू (25) चला रहा था। तेज गति के कारण कार भूपापुरवा मोड़ के पास अचानक अनियंत्रित हो गई और कई बार पलटने के बाद खाई में जाकर रुक गई।

पीछे से दूसरी कार में आ रहे बरातियों ने दुर्घटना देखी और तुरंत कार में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश शुरू की, साथ ही पुलिस को भी सूचना दी। शाहाबाद के सीओ अनुज मिश्रा और कोतवाल ब्रजेश राय तत्काल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायलों को कार से निकलवाकर एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा, जहां चिकित्सकों ने जितेंद्र (35), आकाश (22), सिद्धार्थ (6), जौहरी (40) और कार चालक रामू (25) को मृत घोषित कर दिया। गंभीर रूप से घायल सात अन्य बरातियों को प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज हरदोई रेफर किया गया, जहां उदयवीर (18) ने भी दम तोड़ दिया।

सीओ शाहाबाद अनुज मिश्रा ने बताया कि अनिल (24), नीरज (17), परविंद (28), अमन, रंजीत (18) और नरेंद्र (18) का इलाज लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है।

इस हृदयविदारक घटना में सगे भाइयों जितेंद्र और आकाश के साथ उनके बहनोई जौहरी की भी मौत हो गई। एक मार्मिक पहलू यह भी सामने आया कि जितेंद्र का बेटा सिद्धार्थ भी इस हादसे का शिकार हो गया। वहीं, उदयवीर, जो पहले बारात में आने को अनिच्छुक था, नीरज और जितेंद्र की जिद पर गया था और यह उसकी जिंदगी की आखिरी बारात साबित हुई।

ओवरलोडिंग एक बार फिर सड़क हादसे का कारण बनी। सात सवारियों की क्षमता वाली कार में 12 लोगों का बैठना इस दुर्घटना का मुख्य कारण माना जा रहा है। बारात जाते समय का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें चालक के पास वाली सीट पर दो युवक बैठे नजर आ रहे हैं, जो ओवरलोडिंग की स्पष्ट तस्वीर पेश करता है। इस घटना ने एक बार फिर यातायात नियमों के पालन और वाहनों में क्षमता से अधिक सवारी न बैठाने की आवश्यकता पर जोर दिया है।