गाजियाबाद के शिक्षण संस्थान में छात्रा को नहाते देख रहा था माली, पुलिस ने किया गिरफ्तार

गाजियाबाद के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान के गर्ल्स हॉस्टल में छात्रा को नहाते समय देखता पकड़ा गया माली, छात्रा के शोर मचाने पर वार्डन ने आरोपी को रंगेहाथ पकड़ा, पुलिस ने की गिरफ्तारी।

गाजियाबाद के शिक्षण संस्थान में छात्रा को नहाते देख रहा था माली, पुलिस ने किया गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले से एक शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है, जिसने शैक्षणिक संस्थानों में महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्रॉसिंग रिपब्लिक थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान के गर्ल्स हॉस्टल में तैनात माली घनश्याम को एक छात्रा को बाथरूम में नहाते समय झांकते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया


घटना का विवरण

यह घटना मंगलवार सुबह लगभग 11 बजे की है। पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, जब एक छात्रा हॉस्टल के बाथरूम में स्नान कर रही थी, तब माली घनश्याम ने बाथरूम की रोशनदान से भीतर झांकना शुरू किया। छात्रा को इसकी भनक लगते ही उसने शोर मचाया, जिससे वार्डन तुरंत मौके पर पहुंचे।

हॉस्टल वार्डन ने आरोपी माली को उसी समय महिला बाथरूम की रोशनदान से झांकते हुए देख लिया और उसे पकड़ लिया गया।


पुलिस की कार्रवाई

घटना की सूचना मिलने पर क्रॉसिंग रिपब्लिक थाना पुलिस तत्काल मौके पर पहुँची और घनश्याम को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि:

"मिली शिकायत के आधार पर घनश्याम के खिलाफ वोयरिज़्म (Voyeurism) और महिला की निजता का उल्लंघन जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।"

पुलिस अधिकारी ने यह भी कहा कि घटना की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की जा रही है और जल्द ही मजिस्ट्रीयल जांच भी कराई जाएगी।


संस्थान में मचा हड़कंप

इस घटना से संस्थान के वातावरण में भय और तनाव व्याप्त हो गया है। छात्राएं और उनके अभिभावक गंभीर रूप से चिंतित हैं। संस्थान के प्रशासनिक अधिकारियों ने आरोपी के खिलाफ सख्त सजा की मांग की है।

प्रशासन की ओर से जारी बयान में कहा गया:

"हम इस तरह की घटनाओं को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करते। संस्थान की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है और महिला हॉस्टल में अब अतिरिक्त निगरानी की जाएगी।"


छात्राओं की सुरक्षा पर सवाल

घटना के बाद कई छात्राओं ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है। कई छात्राओं ने कहा कि अगर आरोपी को मौके पर न पकड़ा जाता तो वह फिर से ऐसी हरकत कर सकता था।

इस घटना ने एक बार फिर छात्रावासों में महिला सुरक्षा, निगरानी व्यवस्था और स्टाफ की विश्वसनीयता को लेकर बड़ी बहस छेड़ दी है।