Nainital Bawal: नैनीताल में तनाव और पर्यटन पर ताला: नाबालिग से दुष्कर्म के बाद उपद्रव, सीजन में पहली बार सुनसान झील और खाली होटल

Nainital me 12 saal ki nabalig se durvyavhaar ke baad bhadke hinsa aur protest ke chalte tourism business par bhari asar pada hai. May season ke dauran hotels khaali, booking cancel aur jheel aur bazaar sunasan ho gaye hain.

Nainital Bawal: नैनीताल में तनाव और पर्यटन पर ताला: नाबालिग से दुष्कर्म के बाद उपद्रव, सीजन में पहली बार सुनसान झील और खाली होटल

नैनीताल।
हिमालयी पर्यटन नगरी नैनीताल में एक 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना के बाद उपजा आक्रोश और हिंसा अब स्थानीय पर्यटन व्यवसाय पर बुरी तरह असर डाल रहा है। मई माह में जब यहां आमतौर पर पर्यटकों की भीड़ उमड़ती है, इस बार होटल खाली, झील सुनसान और बाजार वीरान नजर आ रहे हैं।

दुष्कर्म कांड के बाद उपजा आक्रोश, पर्यटक डरे

बुधवार रात को जब 12 वर्षीय बालिका के साथ कथित दुष्कर्म की खबर फैली, तो हिंदू संगठनों ने कोतवाली का घेराव किया और आसपास के क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन करते हुए दुकानों में तोड़फोड़ की। हिंसा का माहौल देर रात तक बना रहा, जिससे शहर में मौजूद पर्यटक भयभीत होकर लौटने लगे।

90% पर्यटक लौटे, एडवांस बुकिंग भी रद्द

नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट ने बताया कि लगभग 90 प्रतिशत पर्यटक या तो वापस लौट चुके हैं या उन्होंने अपनी एडवांस बुकिंग रद्द कर दी है। यह स्थिति पर्यटन कारोबारियों के लिए गंभीर संकट का संकेत है, क्योंकि मई-जून का सीजन पूरे साल की कमाई का आधार होता है।

बोटिंग, चिड़ियाघर, रोपवे सब सूने

पर्यटन व्यवसायी राजकुमार गुप्ता ने बताया कि जो पर्यटक आज सुबह नैनीताल पहुंचे, उन्होंने भी हालात देखकर अन्य स्थानों की ओर रुख कर लिया। झील में दिनभर नावें नहीं चलीं और सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा — जो कोरोना महामारी के बाद पहली बार देखा गया।

चिड़ियाघर, केव गार्डन और रोपवे जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी इस तनाव के चलते वीरान रहे। रोपवे संचालक शिवम शर्मा के अनुसार, जहां सामान्य दिनों में 800 से अधिक पर्यटक आते हैं, गुरुवार को मात्र 125 पर्यटक ही पहुंचे।

पर्यटन सीजन पर खतरा मंडराया

स्थानीय कारोबारियों का कहना है कि अगर तनाव और असुरक्षा का माहौल यूं ही बना रहा, तो पूरे पर्यटन सीजन पर संकट आ सकता है। जो कारोबारी इस मौसम के लिए सालभर की तैयारी करते हैं, वे अब भारी नुकसान की आशंका में हैं।


संपन्न भारत अपील करता है कि कानून व्यवस्था को बहाल किया जाए और दोषियों को सख्त सजा मिले, ताकि नैनीताल फिर से पर्यटकों के लिए सुरक्षित और आकर्षक स्थल बन सके।