Pahalgam Attack: "गुमनामी की मौत नहीं मर सकते मेरे पति..." - शहीद शुभम की पत्नी ने राहुल गांधी से लगाई गुहार
राहुल गांधी ने पहलगाम हमले में शहीद हुए शुभम द्विवेदी के परिवार से की मुलाकात। परिजनों ने शहीद का दर्जा देने की मांग रखी। प्रियंका गांधी ने भी फोन पर परिजनों से बात की।

कानपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए उत्तर प्रदेश के हाथीपुर निवासी शुभम द्विवेदी के घर बुधवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पहुंचे। दुख की इस घड़ी में राहुल गांधी ने शहीद के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया और वादा किया कि शुभम को शहीद का दर्जा दिलाने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगे।
"मेरे पति गुमनामी की मौत नहीं मर सकते..."
शहीद शुभम की पत्नी ऐशान्या द्विवेदी ने भावुक होकर राहुल गांधी से कहा:
"मेरे पति ने देश की सेवा करते हुए अपनी जान गंवाई है। वे गुमनामी की मौत नहीं मर सकते। उन्हें शहीद का दर्जा मिलना ही चाहिए।"
उनकी यह बात सुनकर वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम हो गईं। राहुल गांधी ने ऐशान्या को भरोसा दिलाया कि वे इस मांग को पूरी गंभीरता से उठाएंगे और स्वयं प्रधानमंत्री को इसके लिए पत्र लिखेंगे।
शुभम के पिता की मार्मिक अपील: 'आप भी तो आतंकवाद का दर्द जानते हैं'
शहीद शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान कहा:
"आपकी दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी भी आतंकवाद की भेंट चढ़े। आप हमारे दर्द को समझ सकते हैं। मेरे बेटे को शहीद का दर्जा दिलवाइए, यही मेरी अंतिम इच्छा है।"
यह बात सुनकर राहुल गांधी भावुक हो उठे और उन्होंने परिजनों से कहा कि वे इस मुद्दे को संसद में भी उठाएंगे।
प्रियंका गांधी से फोन पर हुई बात
इस मौके पर राहुल गांधी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से फोन पर शहीद की पत्नी और परिवार की बात करवाई। प्रियंका गांधी ने परिजनों को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया और कहा कि कांग्रेस पार्टी इस कठिन समय में उनके साथ खड़ी है।
आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील
राहुल गांधी ने इस मौके पर कहा:
"आतंकवाद एक राष्ट्रीय चुनौती है और इससे लड़ने के लिए सभी दलों और नागरिकों को एकजुट होना पड़ेगा। किसी भी शहीद के परिवार को न्याय और सम्मान मिलना चाहिए।"
उन्होंने बताया कि इस घटना को देखते हुए उन्होंने लोकसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग प्रधानमंत्री से की है ताकि आतंकवाद और सुरक्षा बलों की स्थिति पर समग्र चर्चा की जा सके।
कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता रहे मौजूद
राहुल गांधी के साथ इस मौके पर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे, जिनमें शामिल थे:
-
अजय राय, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
-
प्रमोद तिवारी, सांसद
-
आराधना मिश्रा, विधानसभा में कांग्रेस की नेता
-
आलोक मिश्रा, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी
-
पवन गुप्ता, महानगर अध्यक्ष
-
संदीप शुक्ला, ग्रामीण इकाई अध्यक्ष
इन सभी नेताओं ने परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
समाज में उठ रही है शहीद दर्जे की मांग
स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने भी शुभम को सरकारी स्तर पर शहीद का दर्जा देने की मांग की है। क्षेत्र के कई संगठनों ने शोक मार्च और श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित कीं और सरकार से उचित सम्मान की अपील की है।
निष्कर्ष: अब क्या करेगी सरकार?
पहलगाम हमले में शहीद हुए जवानों और कर्मियों को लेकर पूरे देश में गुस्सा है। शुभम द्विवेदी के परिवार की मांग केवल एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे देश के उन नागरिकों की है जो आतंकवाद से जूझ रहे सुरक्षा बलों के सम्मान के पक्ष में हैं।
अब देखना यह है कि केंद्र सरकार इस मांग पर क्या निर्णय लेती है और क्या शहीद का दर्जा देकर शहीद शुभम की कुर्बानी को राष्ट्रीय सम्मान मिलेगा?