बिहार में 120 किलोमीटर लंबा पटना-सासाराम एक्सप्रेसवे बनेगा, 30 मई को पीएम मोदी करेंगे शिलान्यास
बिहार में 120 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड पटना-सासाराम एक्सप्रेसवे बनेगा, जिसकी लागत 3712.40 करोड़ रुपये है। यह एक्सप्रेसवे 10 शहरों को जोड़ेगा और यात्रा समय को आधा कर देगा। 30 मई को पीएम नरेंद्र मोदी इसका शिलान्यास करेंगे।

बिहार में बनेगा 120 किलोमीटर लंबा पटना-सासाराम एक्सप्रेसवे, यात्रा होगी तेज और आसान
बिहार में सड़क परिवहन के क्षेत्र में एक बड़ा विकास होने जा रहा है। राजधानी पटना से सासाराम तक 120 किलोमीटर लंबा नया ग्रीनफील्ड पटना-सासाराम एक्सप्रेसवे बनने वाला है। इस महत्त्वपूर्ण परियोजना का शिलान्यास 30 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस एक्सप्रेसवे की कुल लागत लगभग 3712.40 करोड़ रुपये आंकी गई है।
एक्सप्रेसवे से जुड़े पांच जिले और 10 शहर
पटना-सासाराम एक्सप्रेसवे बिहार के पांच जिलों — पटना, भोजपुर, रोहतास, अरवल और कैमूर — को जोड़ेगा। इसके रास्ते पर करीब 10 शहर आते हैं, जिनके लिए यह एक्सप्रेसवे बेहतर कनेक्टिविटी और आवागमन के नए अवसर लेकर आएगा।
यह नया एक्सप्रेसवे फोरलेन होगा, जिसमें वाहन 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेंगे। इस परियोजना से पटना और सासाराम के बीच यात्रा समय घटकर 4 घंटे से 2 घंटे रह जाएगा, जिससे दोनों शहरों के बीच आवागमन आसान और तेज हो जाएगा।
पटना एयरपोर्ट से बेहतर कनेक्टिविटी
इस एक्सप्रेसवे के बनने से न केवल शहरों के बीच यात्रा आसान होगी, बल्कि पटना एयरपोर्ट समेत आसपास के क्षेत्रों के लिए कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा। पटना-सासाराम एक्सप्रेसवे के जरिए लोग बिहटा एयरपोर्ट तक बिना ट्रैफिक जाम के आसानी से पहुंच सकेंगे।
मुआवजा और किसानों के लिए फायदे
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण किया जाएगा, जिसके लिए किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा। यह परियोजना न केवल सड़क परिवहन को बेहतर बनाएगी, बल्कि आसपास के इलाकों की जमीन के दाम भी बढ़ने की उम्मीद है।
साथ ही, सासाराम के लोग अब राजधानी पटना मात्र दो घंटे में पहुंच सकेंगे, जो आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
शिलान्यास 30 मई को होगा
पटना-सासाराम एक्सप्रेसवे के लिए आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी ने इस वर्ष 29 मार्च को मंजूरी दी थी। अब इस परियोजना की नींव 30 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रखेंगे। उम्मीद है कि यह एक्सप्रेसवे 2028 तक बनकर पूरी तरह तैयार हो जाएगा।
निष्कर्ष
पटना-सासाराम एक्सप्रेसवे बिहार के सड़क विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा। यह परियोजना न केवल राज्य की आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देगी, बल्कि लोगों के जीवन को भी सुविधाजनक बनाएगी। बेहतर सड़क नेटवर्क से व्यापार, पर्यटन और सामाजिक संपर्क को मजबूती मिलेगी।