कर्नाटक में बनेगी मंदिर टास्क फोर्स, अब आराम से होंगे दर्शन

कर्नाटक में मंदिरों में भगदड़ रोकने के लिए बनेगी मंदिर टास्क फोर्स, श्रद्धालुओं को मिलेंगे आराम से दर्शन।

कर्नाटक में बनेगी मंदिर टास्क फोर्स, अब आराम से होंगे दर्शन

कर्नाटक: मंदिरों में अब भगदड़ जैसी घटनाओं को रोकने और श्रद्धालुओं को आराम से दर्शन करने की सुविधा मुहैया कराने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। कर्नाटक प्रशासनिक सुधार आयोग ने राज्य सरकार को मंदिर टास्क फोर्स (Temple Task Force - TTF) के गठन की सिफारिश की है।

वरिष्ठ विधायक आर.वी. देशपांडे की अध्यक्षता वाले आयोग ने अपनी आठवीं अनुशंसा रिपोर्ट में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को यह सुझाव सौंपा है। आयोग का मानना है कि यह टास्क फोर्स मंदिरों में आग, भगदड़ और चिकित्सा संकट जैसी संभावित आपात स्थितियों से निपटने के लिए प्रशिक्षित होगी।

मंदिर टास्क फोर्स क्या करेगी?

  • भीड़ प्रबंधन: यह श्रद्धालुओं के प्रवाह को बेहतर ढंग से प्रबंधित करेगी, जिससे भगदड़ जैसी दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा।
  • सुरक्षा प्रोटोकॉल: मंदिर में प्रवेश बिंदुओं को नियंत्रित करना, बैरिकेड्स लगाना और भीड़भाड़ से बचने के लिए दिशा-निर्देश जारी करना जैसे सुरक्षा उपाय लागू करेगी।
  • कुशल सेवा प्रबंधन: टिकट काउंटरों, दर्शन कतारों और प्रसाद वितरण के लिए व्यवस्थित कतारें सुनिश्चित करेगी।
  • आपातकालीन प्रतिक्रिया: स्थानीय प्रशासन, चिकित्सा सेवाओं और अग्निशमन कर्मियों के साथ मिलकर एक व्यापक आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना तैयार करेगी। बड़े आयोजनों के दौरान अस्थायी चिकित्सा बूथ स्थापित करने और सुरक्षा बढ़ाने में मदद करेगी।
  • संचार: श्रद्धालुओं को कतार प्रणाली, प्रवेश और निकास द्वार, सुरक्षा नियमों और मंदिर के समय या प्रक्रियाओं में किसी भी बदलाव के बारे में स्पष्ट संकेत, लाउडस्पीकर और अन्य माध्यमों से सूचित करेगी।

आयोग ने सरकार से हिंदू धार्मिक संस्थानों और दानों के लिए मौजूदा कानूनों में आवश्यक संशोधन करने की भी सिफारिश की है ताकि मंदिर टास्क फोर्स के गठन को कानूनी आधार मिल सके। इस पहल से उम्मीद है कि कर्नाटक के मंदिरों में श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम दर्शन का अनुभव मिल सकेगा।