UP: अवैध खनन करने पर 17 मौरंग खदान संचालकों पर बड़ी कार्रवाई, प्रशासन ने ठोका 3.41 करोड़ का जुर्माना

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में बेतवा नदी में अवैध खनन करने पर 17 मौरंग खदान संचालकों पर प्रशासन ने 3.41 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया। ओवरलोड ट्रकों से भी वसूली हुई।

UP: अवैध खनन करने पर 17 मौरंग खदान संचालकों पर बड़ी कार्रवाई, प्रशासन ने ठोका 3.41 करोड़ का जुर्माना

                                                                          17 मौरंग खदान संचालकों पर कार्रवाई 

हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में बेतवा नदी में प्रतिबंधित मशीनों का इस्तेमाल करके बड़े पैमाने पर अवैध खनन का मामला सामने आया है। इस अवैध गतिविधि से सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व नुकसान हो रहा है। हाल ही में शासन से आई प्रवर्तन टीम और खनिज विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से छापेमारी की, जिसमें 17 मौरंग खदानों में अवैध खनन की पुष्टि हुई है। इसके बाद हरकत में आए प्रशासन ने इन सभी खदान संचालकों पर कुल 3 करोड़ 41 लाख रुपये का भारी जुर्माना लगाया है।

इतना ही नहीं, प्रशासन ने अवैध रूप से मौरंग ले जा रहे 41 ओवरलोड ट्रकों पर भी शिकंजा कसा है और उनसे 12 लाख रुपये की धनराशि बतौर जुर्माना वसूली है। इस कड़ी कार्रवाई से जिले के मौरंग खदान संचालकों में हड़कंप मच गया है।

अवैध खनन से बेहाल बेतवा:

जिले में लगभग दो दर्जन मौरंग खदानें संचालित हैं। आरोप है कि इनमें से ज्यादातर खदानों में कारोबारी अपने कर्मचारियों के माध्यम से स्वीकृत खनन क्षेत्र से बाहर जाकर प्रतिबंधित मशीनों से अंधाधुंध अवैध खनन कर रहे हैं। दिन-रात बेतवा नदी की जलधारा को बाधित करके अवैध खनन किए जाने के कारण नदी का प्राकृतिक स्वरूप भी बुरी तरह से बदल गया है। कई स्थानों पर तो बेतवा नदी की जलधारा लगभग विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गई है। जिले के राठ, चिकासी, कुरारा और सरीला के अलावा जलालपुर और मझगवां क्षेत्र में नदी के किनारे चल रही मौरंग खदानों में करोड़ों रुपये की मौरंग का अवैध खनन और परिवहन का खेल लंबे समय से जारी है।

शिकंजा कसने के लिए बनी टीमें, फिर भी जारी खेल:

अवैध खनन और मौरंग के अवैध परिवहन पर लगाम कसने के लिए जिलाधिकारी घनश्याम मीना ने विशेष टीमों का गठन किया है। इसके बावजूद, मौरंग के कारोबारियों द्वारा यह गोरखधंधा बदस्तूर जारी है। अवैध खनन के जरिए सरकार को हो रहे भारी नुकसान को देखकर खनिज निदेशालय के अधिकारी भी हैरान हैं। निदेशालय की टीमों ने भी हमीरपुर में कई बार अवैध खनन के मामलों को पकड़ा है, लेकिन इसके बावजूद मौरंग की चोरी पर पूरी तरह से अंकुश नहीं लग पा रहा है।

पट्टाधारकों पर बड़ी कार्रवाई:

खनिज अधिकारी विकास परमार ने इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर गठित टीमों द्वारा किए गए खनन पट्टा क्षेत्रों की जांच में 17 मौरंग खदानों में स्वीकृत पट्टा क्षेत्र से बाहर अवैध खनन करने का मामला सामने आया है। उन्होंने बताया कि मौरंग का अवैध और अतिरिक्त खनन करते पाए जाने पर इन सत्रह मौरंग पट्टाधारकों पर 3 करोड़ 41 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है और उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, खनिज निदेशालय से आई प्रवर्तन दल और हमीरपुर खनिज विभाग की टीम ने संयुक्त जांच में 41 ट्रकों पर कार्रवाई की है और मौरंग के 24 ओवरलोड ट्रकों से 12 लाख रुपये की वसूली की गई है।

प्रशासन की इस कड़ी कार्रवाई से अवैध खनन में लिप्त मौरंग खदान संचालकों में डर का माहौल है। हालांकि, यह देखना होगा कि क्या यह कार्रवाई बेतवा नदी में हो रहे अवैध खनन पर स्थायी रूप से लगाम लगाने में सफल हो पाती है या नहीं।