Big Braking: आज की सबसे बड़ी खबर, पाकिस्तान के जनरल आसिफ मुनीर को सरेआम फाँसी ?

वाराणसी में 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता पर विजय जुलूस, आतंकी आसिफ मुनीर के पुतले को सड़कों पर घसीटा और बीच चौराहे पर दी फांसी, लगे 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' के नारे।

Big Braking: आज की सबसे बड़ी खबर, पाकिस्तान के जनरल आसिफ मुनीर को सरेआम फाँसी ?

वाराणसी: वाराणसी की सड़कें रविवार की सुबह 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' के नारों से गूंज उठीं, जब वाराणसी के व्यापार मंडल की ओर से 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता पर विजय जुलूस निकाला गया। इस जुलूस में आतंकी आसिफ मुनीर के पुतले को सड़कों पर घसीटते हुए ले जाया गया और फिर उसे बीच चौराहे पर प्रतीकात्मक रूप से फांसी दी गई। इसके बाद पुतला दहन कर पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और आतंकवाद के खिलाफ बुलंद आवाज उठाई गई।

भारतीय सेना के सफल सैन्य अभियान 'ऑपरेशन सिंदूर' की गूंज पूरे देश में महसूस की जा रही है। अपनी नापाक हरकतों से बाज न आने वाले पाकिस्तान के प्रति हिंदुस्तानियों का गुस्सा चरम पर है। इसी को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लोगों का सेना के प्रति सम्मान और पाकिस्तान के प्रति आक्रोश स्पष्ट रूप से दिखाई दिया।

हिंदू के साथ मुस्लिम समुदाय के लोग भी हुए शामिल:

इसके लिए व्यापारियों की ओर से एक भव्य विजय जुलूस निकाला गया, जिसका नेतृत्व वाराणसी के व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्घा ने किया। वाराणसी के साजन तिराहे से सिगरा चौराहे तक निकाले गए इस जुलूस में सैकड़ों नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस जुलूस की खास बात यह रही कि इसमें न केवल हिंदू समुदाय के लोग शामिल हुए, बल्कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी पूरे जोश के साथ बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और सांप्रदायिक सौहार्द और एकता का संदेश दिया।

बीच चौराहे पर दी गई फांसी:

जुलूस के दौरान एक प्रभावशाली दृश्य तब देखने को मिला, जब एक व्यक्ति शहीद कुरेशी (एक प्रतीकात्मक भारतीय सैनिक) के रूप में आतंकी आसिफ मुनीर के पुतले को वाराणसी की सड़कों पर घसीटते हुए नजर आया। पुतले को पूरे रास्ते घसीटते हुए सिगरा चौराहे तक ले जाया गया, जहां उसे प्रतीकात्मक रूप से फांसी दी गई। इसके बाद पुतले को आग के हवाले कर दिया गया और आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई।

एक तरफ तिरंगा झंडा और दूसरी तरफ लोगों का सेना के प्रति सम्मान का दृश्य देखने लायक था। जब लोगों ने आतंकी आसिफ मुनीर के पुतले को फांसी दी, तो उस समय लोगों का गुस्सा चरम पर था। इस घटना की आसपास के इलाके में भी खूब चर्चा हुई। सैकड़ों लोगों के साथ शुरू हुआ यह जुलूस रास्ते भर बढ़ता गया और सभी लोग पूरे रास्ते 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' के नारे लगाते हुए चलते रहे, जिससे लोगों में और भी ज्यादा जोश और आक्रोश देखने को मिला।